Kidney Disease Eye Symptoms: आंखों की हल्की सूजन भी दे सकती है बड़ी बीमारी का संकेत! धुंधलापन, पफीनेस या भारी पलकें, किडनी की शुरुआती परेशानी हो सकती है। समय पर जांच कराएं।
Kidney Disease Eye Symptoms: कभी-कभी शरीर सबसे पहले अपनी परेशानी आंखों के जरिए बताता है, और हम उसे हल्की-फुल्की थकान या पावर चेंज समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन एक महिला के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने उसकी पूरी जिंदगी बदल दी। शुरुआत बहुत मामूली थी। आंखों में धुंधलापन, पलकें भारी लगना और आंखों के नीचे सूजन। उसे लगा शायद चश्मे का नंबर बदल गया होगा।
लेकिन जिज्ञासा और थोड़ी बेचैनी उसे आंखों के डॉक्टर के पास ले गई। वहां जो पता चला, उसने उसके पैरों तले जमीन खिसका दी, उसकी किडनी फेल हो रही थी। कुछ ही दिनों में वह अस्पताल में थी, ढेरों टेस्ट, ब्लड रिपोर्ट, स्कैन और नई-नई मेडिकल टर्म्स, क्रिएटिनिन, यूरिया, एंड-स्टेज किडनी डिजीज के टेस्ट करवाएं।
अपोलो हॉस्पिटल, अहमदाबाद की डॉ. कविता परिहार बताती हैं कि किडनी की शुरुआती खराबी आंखों पर सीधे असर डाल सकती है। यदि आंखों के आसपास सूजन, पलकें भारी लगना, धुंधला दिखाई देना या फिर डायबिटीज या हाई BP वाले लोगों में फंडस में बदलाव हो तो समझ ले कि शरीर में कुछ गड़बड़ चल रही है।
शरीर में बहुत सारी नाज़ुक रक्त नलिकाएं (blood vessels) होती हैं। जब किडनी ठीक से काम नहीं करती या ब्लड शुगर या ब्लड प्रेशर लंबे समय तक बढ़ा रहता है, तो ये नलिकाएं खराब होने लगती हैं। किडनी में भी और आंखों में भी। डॉ. परिहार के अनुसार हाई BP या शुगर से आंखों की नसें सूज जाती हैं। रेटिना तक खून की सप्लाई प्रभावित होने लगती है।कभी-कभी नसें फट भी सकती हैं, जिससे स्पॉट्स या ब्लैक धब्बे दिखने लगते हैं। शरीर में वेस्ट और पानी जमा होने लगता है, जिससे चेहरे और आंखों में सूजन बढ़ जाती है। यही कारण है कि आंखों में दिखने वाली हल्की परेशानी कभी-कभी बड़ी बीमारी की ओर इशारा करती है।
यदि किसी को लगातार धुंधलापन दिखाई दे रहा हो। आंखों के सामने काले धब्बे या स्पॉट्स बने हो, स्पॉटेड या पैची विजन हो अचानक कमजोर होता नजर, आंशिक दृष्टि हानि, ये लक्षण बताते हैं कि बीमारी आगे बढ़ चुकी है और तुरंत इलाज की जरूरत है।
डॉ. परिहार सलाह देती हैं, अगर अचानक या बार-बार विज़न में समस्या आए, तो सबसे पहले अपना ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर चेक करें। अगर इनमें से कोई भी बढ़ा हुआ मिले, या लक्षण ठीक न हों, तो तुरंत किडनी की जांच कराएं। उस महिला की तरह कई लोग देर से पता चलने पर बड़ी परेशानी में आ जाते हैं।