स्वास्थ्य

रिबोसिक्लिब कैंसर की दवा पर शोध, Brain tumor बढ़ने की गति को करेगी धीमा, जानिए आप भी

Brain tumor : ब्रेन टयूमर एक जानलेवा बीमारी है यदि इसका समय रहता इलाज नहीं किया जाए तो इस से जान जा सकती है। दुनिया में दिनों दिन ब्रेन टयूमर (Brain tumor) की समस्य बढ़ती जा रही है। ब्रेन टयूमर के इलाज की बात की जाए तो इसका इलाज करना कठिन होता है लेकिन एक शोध के अनुसार अब कैंसर की दवा से इसका इलाज किया जा सकेंगा।

2 min read
Aug 30, 2024
Brain Tumor

Brain tumor : ब्रेन टयूमर एक जानलेवा बीमारी है यदि इसका समय रहता इलाज नहीं किया जाए तो इस से जान जा सकती है। दुनिया में दिनों दिन ब्रेन टयूमर (Brain tumor) की समस्य बढ़ती जा रही है। ब्रेन टयूमर के इलाज की बात की जाए तो इसका इलाज करना कठिन होता है लेकिन एक शोध के अनुसार अब कैंसर की दवा से इसका इलाज किया जा सकेंगा।

वैज्ञानिकों एक रिसर्च में पता लगा है कि रिबोसिक्लिब नामक कैंसर की दवा पर एक शोध किया गया था। यह दवा बच्चों में ब्रेन ट्यूमर (Brain tumor) बढ़ने की गति को धीमा कर सकती है। इससे ब्रेन ट्यूमर के दुर्लभ प्रकार – डिफ्यूज हेमिसफेरिक ग्लियोमा का उपचार हो सकता है।

डिफ्यूज हेमिसफेरिक ग्लियोमा एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है जो मुख्यतः बच्चों को होता है। इस कैंसर में रीढ़ की हड्डी में समस्या, सांस लेने और शरीर का संतुलन बनाए रखने में परेशानी होती है।

क्या था रिसर्च को लेकर

लंदन के कैंसर रिसर्च संस्थान के बाल मस्तिष्क ट्यूमर (Brain tumor) विभाग में हुई रिसर्च को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक आश्चर्य चकित बात है कि किसी अन्य दुर्लभ बीमारी की दवा ने एक और दुर्लभ बीमारी में एक आशाजनक उम्मीद जगाई है।

इस रिसर्च का अध्ध्यन वैज्ञानिकों ने H3F3A जिन पर किया था जा एक दुर्लभ किस्म का जिन है। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि ब्रेस्ट कैंसर की दवा से तरकरीबन 30% तक बच्चों के इस ब्रेन ट्यूमर (Brain tumor) से निदान पाया जा सकता है।

कैसे हुई इसकी खोज

इसकी खोज इस प्रकार हुई कि कैंसर कि कुछ कोशिकाओं को एक नए अध्ययन के लिए रखा गया था। इसमें किसी तरह एक CDK6 नामक प्रोटीन पहुंचा। इस प्रोटीन में असामान्य गतिविधि देखने के बाद ही यह साबित हुआ कि इस दवा के प्रयोग से बच्चों के ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम हो सकती है।

इलाज के शुरुआती दिनों में ही संभव इस दवा का प्रयोग

शोधकर्ताओं ने इस दवा को लेकर कहा है कि यह दवा केवल कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ को रोक सकती है। उन्हें नष्ट करने की शक्ति इस दवा में नहीं है। इसलिए इस दवा का प्रयोग इलाज के शुरुआती दिनों में किया जा सकता है।

फिलहाल इस दवा का इस्तेमाल एक मरीज पर किया गया है लेकिन अभी तक इसको लेकर पूरी तरह यह बात साबित नहीं हुई है कि इलाज सफल रहेगा या नहीं। हालांकि, रिसर्चर्स ने ये भी कहा कि पहले भी इस प्रकार के शोध हुए है जहां सीमित सफलता मिली है, इस बार वे उम्मीद कर रहे हैं कि यह परीक्षण सफल होगा।

Published on:
30 Aug 2024 05:14 pm
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