Toothache Sign of Heart Attack : एक डॉक्टर ने जबड़े के दर्द को दिल के दौरे का लक्षण पहचाना। सही समय पर डॉक्टर की सलाह से मरीज़ की जान बच गई। यह दिखाता है कि मुंह की तकलीफें कभी-कभी बड़ी बीमारियों का संकेत भी हो सकती हैं।
Toothache Sign of Heart Attack : मुंबई के डॉ. क्रुणाल ठक्कर ने बताया कुछ साल पहले की बात है एक 57 साल के अंकल मेरे क्लिनिक में आए। उनके निचले बाएँ दांत में हल्का-हल्का लगातार दर्द (Toothache) हो रहा था। तब मुझे नहीं पता था कि उनके 'दांत के दर्द' का उनके दांतों से कोई लेना-देना ही नहीं था।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों से उन्हें जबड़े के निचले हिस्से में कुछ अजीब सी दिक्कत महसूस हो रही थी - वो तेज या करंट जैसा दर्द नहीं था जो आमतौर पर दांत में होता है, बल्कि एक लगातार चुभन वाला दर्द था जो सीढ़ियां चढ़ने या चलने पर बढ़ जाता था। अजीब बात ये थी कि सूजन बिल्कुल नहीं थी। ठंडा-गर्म लगने जैसी कोई तकलीफ नहीं थी।
मैंने अपना शीशा उठाया और तेज लाइट में उनके दांत देखे। हर दांत एकदम मजबूत और साफ था। एक्स-रे में भी कुछ नहीं निकला - न कोई सड़ाव, न इन्फेक्शन, न मसूड़ों की कोई बीमारी। उनकी कोई पुरानी बीमारी नहीं थी, कोई दवाई नहीं ले रहे थे और वो तो बिल्कुल ठीक-ठाक लग रहे थे। लेकिन कुछ बात जम नहीं रही थी।
Dentist Detected a Heart Attack Clue : थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि उनका चेहरा पीला पड़ रहा है और उनके माथे पर पसीने की बूंदें आने लगी हैं, जबकि क्लिनिक का एसी पूरी ठंडक पर चल रहा था। जब मैंने उनसे कुछ और सवाल पूछे, तो उन्होंने बताया कि चलते समय उन्हें सांस फूलने की दिक्कत भी हो रही थी। बस यहीं पर मेरा शक गहराया: क्या मैं कुछ बहुत जरूरी चीज नज़रअंदाज़ कर रहा था?
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डॉक्टर ने कहा , तभी अचानक मेरे दिमाग की बत्ती जली - 'रेफर्ड पेन' (Referred Pain) यानी शरीर के किसी और हिस्से का दर्द जो कहीं और महसूस हो।
दिल के दौरे का दर्द हमेशा सीने से शुरू नहीं होता। सच कहूं तो, खासकर ज्यादा उम्र के लोगों में, यह जबड़े के दर्द जैसा भी महसूस हो सकता है - खासकर नीचे बाई तरफ। दिल की दिक्कत का दर्द सीने, बांहों, गर्दन, चेहरे, जबड़ों और यहाँ तक कि दांतों तक भी फैल सकता है। मैंने ये मेडिकल किताबों में पढ़ा था, कॉन्फ्रेंस में सुना था - लेकिन क्या अब ये सीधे मेरे सामने बैठा था? मुझे एकदम से चिंता होने लगी।
डॉ. ठक्कर ने मरीज से कहा:
"आप तुरंत अस्पताल जाएं और कार्डियोलॉजिस्ट से मिलें।" शुक्र है, मरीज ने बात मानी।
अस्पताल में जांच हुई — और साफ हुआ कि वो हार्ट अटैक के शुरुआती स्टेज में थे। अगर एक दिन और इंतजार किया होता, तो मामला गंभीर हो सकता था।
डॉक्टर्स ने बताया कि हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज के कारण दिल को पूरा रक्त नहीं मिल पा रहा था और उसी का संकेत जबड़े में दर्द के रूप में आ रहा था। ये दर्द इस तरह से दांत दर्द जैसा लगता है कि मरीज ही नहीं, कई बार डॉक्टर भी धोखा खा जाते हैं।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण हो — खासकर अगर दिल की बीमारी का इतिहास हो — तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।