Vitamin E: विटामिन ई एक ऐसा एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। लेकिन, इसकी कमी अक्सर बिना लक्षणों के होती है और जब तक हमें पता चलता है, शरीर पहले ही अंदर से कमजोर हो चुका होता है।
Symptoms of Vitamin E Deficiency: विटामिन ई शरीर की ढाल होता है। ये सेल्स को नुकसान से बचाता है, उपचार में सहायक होता है और आपके नर्वस सिस्टम को सक्रिय रखता है। लेकिन जब यह ढाल कमजोर हो जाती है, तो धीरे-धीरे शरीर में कई परेशानियां होने लगती है। इसके प्रभाव हमेशा शुरुआत में स्पष्ट नहीं होते, जिससे इसकी कमी का पता तब तक नहीं चलता और बाद में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
विटामिन ई में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह सेल्स को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है, इम्यूनिटी को मजबूत करता है और त्वचा और आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। विटामिन ई की कमी धीरे-धीरे बढ़ सकती है, जिससे शुरुआती चरणों में इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
इसकी कमी आंखों की रेटिना सेल्स को प्रभावित करती है, जिससे धीरे-धीरे दृष्टि कमजोर हो सकती है।
इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने से आप बार-बार बीमार हो सकते हैं।
रूखी त्वचा, झड़ते बाल और उम्र से पहले झुर्रियाँ हो सकती हैं।
एनर्जी लेवल कम होता है, जिससे दिनभर थकावट महसूस होती है।
विटामिन ई की कमी अक्सर कम फैट वाले आहार या विटामिन ई से भरपूर प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को छोड़ने से होती है। मेवे, बीज, वनस्पति तेल और पत्तेदार साग का सेवन न करने से शरीर में इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी हो सकती है। कुपोषण, खासकर विकासशील देशों में, एक प्रमुख जोखिम कारक बना हुआ है।