Symptoms of Dry Eye Syndrome : आंखें हमारी खूबसूरती और ज़िंदगी का अहम हिस्सा हैं. इनका ध्यान न रखने पर नजर कमज़ोर हो सकती है. आजकल ड्राई आई सिंड्रोम एक आम समस्या है. इसके लक्षणों में बिना रोए पानी आना, जलन, खुजली, रोशनी से चुभन, आँखों का लाल होना, रात में देखने में दिक्कत, और थकी आंखें शामिल हैं. समय पर इलाज न मिलने पर यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है.
DRY EYE SYNDROME : आंखें हमारी खूबसूरती का एक बहुत जरूरी हिस्सा हैं. कविताओं और गजलों में भी इनकी खूब तारीफ होती है. ये हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक हैं, इनके बिना तो हम अपनी ज़िंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते. अगर हम अपनी आंखों का ध्यान न रखें, तो हमारी नज़र कमज़ोर हो सकती है और कई तरह की परेशानियां भी आ सकती हैं.
ड्राई आई सिंड्रोम आजकल एक बहुत आम समस्या बन गई है. अगर आपकी आंखों से बिना रोए पानी आता रहता है, आंखों में जलन और खुजली होती है, रोशनी से चुभन महसूस होती है, आंखें लाल रहती हैं, रात में देखने में दिक्कत होती है, नजर कमज़ोर हो रही है या आंखें थकी-थकी लगती हैं, तो हो सकता है आपको ड्राई आई सिंड्रोम हो गया हो. अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.
चलिए जानते हैं ड्राई आई सिंड्रोम (DRY EYE SYNDROME) के क्या कारण और लक्षण हैं:
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा रहेगा:
- बिना रोए आंखों से पानी आना
- आंखों में जलन और खुजली
- रोशनी से आंखों में चुभन महसूस होना
- आंखों का लाल होना
- रात में देखने में दिक्कत
- नज़र का कमजोर होना
- आंखों का थका हुआ महसूस होना
ड्राई आई सिंड्रोम के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- आंसुओं का कम बनना
- आंसुओं का जल्दी सूख जाना
- लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करना (जैसे कंप्यूटर या मोबाइल)
- कुछ दवाइयों का असर
- पर्यावरण में बदलाव (जैसे सूखी हवा या धूल)
- उम्र का बढ़ना
- कुछ बीमारियां (जैसे गठिया)
आंखों में धूल न जाने दें: कोशिश करें कि आपकी आँखों में धूल-मिट्टी न जाए. इससे आँखों में जलन और खुजली हो सकती है.
स्क्रीन से ब्रेक लें: अगर आप लंबे समय तक मोबाइल या कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो बीच-बीच में अपनी आंखों को आराम देना न भूलें. हर 20 मिनट पर 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखें.
सिगरेट से दूर रहें: सिगरेट का धुआँ आंखों के लिए बहुत बुरा होता है, इसलिए इससे बचें.
आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें: डॉक्टर ने अगर आपको कोई आई ड्रॉप्स दी हैं, तो उन्हें नियमित रूप से डालें. ये आंखों को नम रखने में मदद करती हैं.
पलकों को गरम पानी से साफ करें: गरम पानी से पलकों को हल्के हाथों से साफ करने से आंखों को आराम मिलता है और वे बेहतर महसूस करती हैं.
आंखों के चारों ओर मालिश करें: आंखों के आस-पास हल्के हाथों से मालिश करने से आंख की ग्रंथियों से निकलने वाला तेल घुल जाता है, जो आंखों को नम रखने में मदद करता है.
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।