इम्यूनाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम आने वाले वायरस से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं यदि हम ने उस वायरस की वैक्सीन लगवा रखी है। इसी जागरूकता को लेकर विश्व टीकाकरण दिवस (World immunization day 2024) मनाया जाता है।
World immunization day 2024 : 10 नवंबर हर साल को विश्व टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन महत्व है कि लोगों को टीकाकरण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना। बीमारियों से सुरक्षा के लिए बच्चों को बचपन में दवाइयाँ दी जाती हैं या इंजेक्शन लगाए जाते हैं, ताकि वे बड़े होने पर उन बीमारियों के खतरे से बच सके। इस दिन (World immunization day 2024) कई तरह के प्रोग्राम करके बच्चों को टीकाकरण के बारे में जागरूक किया जाता है। टीकाकरण को समय पर करवाना काफी जरूरी माना जाता है। वैक्सीन एक ऐसी चीज है जिससे लाखों लोगों की जान को बचाया जा सकता है।
टीकाकरण (World immunization day 2024) नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है और विभिन्न बीमारियों के प्रति जोखिम कम होता है। टीकाकरण के माध्यम से लाखों लोगों की जानें बचाई जा चुकी है। यह एक लागत प्रभावी उपाय है और किसी भी बीमारी के व्यापक प्रसार को रोकने में सहायक है। विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए अलग-अलग खुराक में इम्यूनाइजेशन किया जाता है।
इस दिन (World immunization day 2024) के इतिहास के बारे में स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन माना जाता है कि इसकी शुरुआत तुर्क लोगों द्वारा हुई थी। प्रारंभ में स्मॉल पॉक्स के टीकाकरण की कोशिश की गई थी, लेकिन इसके परिणामस्वरूप यह बीमारी और अधिक फैल गई।
टीकाकरण के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं, जैसे कि
भारत में टीकाकरण (World immunization day 2024) के कई लाभ सामने आए हैं और सरकार इसे प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा रही है। आपने देखा होगा कि टीकाकरण के माध्यम से आजकल बच्चों में पोलियो, हैजा, और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों की घटनाएं काफी कम हो गई हैं। इन बीमारियों का प्रकोप भारत के अलावा अन्य देशों में भी घटा है। इसके अतिरिक्त, कई अन्य बीमारियों का भी टीकाकरण किया जाता है, जैसे कि टेटनस आदि।
गांवों, पंचायतों और कस्बों जैसे छोटे स्तर पर भी ऐसी कार्यशालाओं और कार्यक्रमों का आयोजन आवश्यक है, जहां स्थानीय लोगों को टीकाकरण (World immunization day 2024) के लाभों के बारे में जानकारी दी जाए। इसके साथ ही, यदि टीकाकरण नहीं कराया जाता है, तो उसके संभावित नुकसान के बारे में भी जागरूकता फैलानी चाहिए।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।