World Mental Health day 2024 : आप जब चिंता कर रहे होते हैं तो आपको उसका नुकसान पता है और उसी के साथ यदि आप डिप्रेशन की दवा ले रहे है तो आपको उसके नुकसान पता है।
World Mental Health day 2024 : चिंता हमारे स्वास्थ्य के लिए एक जहर का काम करती है। यदि आप ज्यादा चिंता में रहते हैं तो इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है और साथ ही आपका शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर देखने को मिलता है। जब व्यक्ति अवसाद में होता है तो वह अकसर दवा का सहारा ले लेता
है लेकिन क्या आपको पता है यह आपके लिए कितना हानिकारक होता है। इसकी वजह से आपको पैनिक अटैक जैसी समस्या और सांस लेने में कठिनाई आ सकती है।
जब आप तनाव में होना हानिकारक होता है लेकिन उसकी दवा लेना भी उतना ही हानिकारक होता है इसलिए आपको इसकी दवा लेने से बचना चाहिए इसके साइड इफेक्ट में से कुछ जैसे पेट खराब होना, डायरिया, सिरदर्द, उनींदापन और यौन रोग जैसी समस्या हो सकती है।
इसके दूसरे साइड इफेक्ट की बात कि जाए तो उनमें से सतर्कता में कमी, मतली, वजन बढ़ना, बेचैनी या बेचैनी, सोने में कठिनाई या अत्यधिक नींद आना जैसी समस्या हो सकती है। इसके गंभीर साइड इफेक्ट की बात कि जाए तो उसमें हृदय संबंधी समस्याएं, मिर्गी के दौरे, लीवर की क्षति और सेरोटोनिन सिंड्रोम जैसी समस्या शामिल है।
ब्रिटिश समाचार पत्र टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है कि एंटी डिप्रेशन दवाएं व्यक्ति को भावनात्मक रूप से सुस्त बना सकती हैं। ऐसे लोग कभी खुशी और कभी उदासी का अनुभव करते हैं। अध्ययन के अनुसार, डिप्रेशन की दवा का सेवन करने वाले लोग किसी भी चीज का आनंद नहीं ले पाते हैं, और उनकी सभी भावनाएं भीतर ही दब जाती हैं।
एंटी डिप्रेशन की दवाएं सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाती हैं, जिससे कई दुष्प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। ऐसे व्यक्तियों में उत्साह की कमी हो जाती है और उनका मस्तिष्क सही तरीके से चीजों को पहचानने में असमर्थ रहता है। विशेषज्ञों का मानना है कि नकली डिप्रेशन की दवाएं मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। ये दवाएं अत्यधिक शक्तिशाली होती हैं और इनकी अधिक मात्रा जानलेवा हो सकती है।