धारवाड़ जिले में आम उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुंभपुर फार्म परिसर में आम विकास सेंटर की स्थापना का काम शुरू हो गया है। पहले जिस स्थान पर वेजिटेबल क्रॉप एक्सीलेंस सेंटर प्रस्तावित था, अब उसी जगह पर यह नया केंद्र बन रहा है।
गुणवत्ता प्रबंधन की आधुनिक ट्रेनिंग
कर्नाटक स्टेट मैंगो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन का लक्ष्य है कि जून 2026 तक केंद्र की सभी गतिविधियां पूरी तरह शुरू कर दी जाएं। नेशनल डेवलपमेंट प्लान के अंतर्गत इस परियोजना के लिए 6 करोड़ रुपए की ग्रांट स्वीकृत की गई है, जिसमें 55 प्रतिशत केंद्र और 45 प्रतिशत राज्य का योगदान है। इस सेंटर में आम की पोस्ट-हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी, वैज्ञानिक प्रोसेसिंग (एक्सपोर्ट क्वालिटी), पैकिंग तथा गुणवत्ता प्रबंधन की आधुनिक ट्रेनिंग दी जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में मदद
मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने बताया कि किसानों की लगातार मांग को देखते हुए सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा, यह सेंटर किसानों को नैचुरल तरीके से आम पकाने, साफ-सुथरी प्रोसेसिंग, पैकिंग और बिना बिचौलियों के आम को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में मदद करेगा। पिछले साल इस इलाके के कुछ किसानों ने विदेशों में सफलतापूर्वक आम निर्यात किए थे, जिससे उनकी आमदनी बढ़ी। धारवाड़ का मशहूर अपूसा (अल्फांसो) आम अपनी खास सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है, और यह सेंटर इसके ब्रांड वैल्यू को और मजबूत करेगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस केंद्र
कॉर्पोरेशन के अनुसार 6 करोड़ की ग्रांट में से 2.95 करोड़ रुपए भवन निर्माण पर खर्च किए जाएंगे जबकि 3.05 करोड़ रुपए मशीनरी और तकनीकी उपकरणों के लिए निर्धारित हैं। केंद्र में हॉट वॉटर ट्रीटमेंट यूनिट, फलों की ग्रेडिंग-पैकिंग व्यवस्था, कोल्ड स्टोरेज और वैज्ञानिक रिपनिंग यूनिट स्थापित की जाएगी। इससे फलों में कीट संक्रमण की समस्या कम होगी और गुणवत्ता बरकरार रहेगी।