तीर्थहल्ली एल्लामावस्या मेले के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार रंजीत एस. ने 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित होने वाले मेले की तैयारियों को लेकर तालुक कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में सभी विभागों के प्रमुखों को सतर्क रहने और समन्वय के साथ काम करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि तीर्थस्नान, रथोत्सव और थेप्पोत्सव के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। ऐसे में जनता को भी पुलिस के साथ सहयोग करना होगा। खाद्य विभाग को अन्नदासोहा स्थलों पर बाहरी और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि व्यापारियों के लिए सुरक्षित और सुव्यवस्थित माहौल सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।
40 से अधिक सीसीटीवी कैमरे
एक अधिकारी ने बताया कि मेले की अवधि में सुरक्षा के लिए 250 पुलिसकर्मी, 50 होम गार्ड, रिजर्व पुलिस बल, दो फायर इंजन, 40 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, दो ड्रोन और दो अस्थाई पुलिस चौकियां तैनात की जाएंगी। चोरी और अन्य अपराधों को रोकने के लिए क्राइम ब्रांच के जवान भी अलग-अलग स्थानों पर ड्यूटी संभालेंगे। मेला समिति के अनुसार, सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी आपत्ति जताई कि अग्निशमन सेवाओं के लिए 15,000 की मांग की गई है और सवाल उठाया कि यदि सरकारी संस्थाएं भी सार्वजनिक सेवा के लिए शुल्क लेंगी तो समिति के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा।
पार्किंग समस्या पर भी चर्चा
बैठक में तीर्थहल्ली शहर में बढ़ती पार्किंग समस्या पर भी विचार किया गया। तहसीलदार ने सुझाव दिया कि यदि सरकारी या अन्य उपयुक्त भूमि उपलब्ध कराई जाए तो मल्टी-स्टोरी पार्किंग के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जा सकता है।