Fake Marksheet: फर्जी मार्कशीट बनाकर छात्रों से धोखाधड़ी करने के मामले में स्कूल संचालक को गिरफ्तार किया गया है। उसने बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट बनाई। फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह के भंडाफोड़ के बाद से ही विजय नगर पुलिस जांच जारी है। चेन सिस्टम में मार्कशीट बनाई जा रही थी। अब स्कूल संचालक को पकड़ा है।
एसीपी कृष्ण लालचंदानी के मुताबिक, वर्ष 2023 में फर्जी मार्कशीट बनाने के मामले में आरोपी दिनेश तिरोले, मनीष व अन्य को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने आरोपी स्कूल संचालक राज शर्मा को गिरफ्तार किया है। उसके द्वारा दो हजार फर्जी मार्कशीट बनाने की बात सामने आई है। इसमें उर्दू एजुकेशन बोर्ड की करीब 1500 और आइसीएससी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल के नाम पर करीब 500 फर्जी मार्कशीट बनाई गई हैं। ये मार्कशीट 10 वीं-12 वीं की हैं। पूर्व में पकड़ाए आरोपी दिनेश व अन्य से उसका कनेक्शन मिला है।
15 से 25 हजार रुपए में बेचता था आरोपी
राज शर्मा ने एक मार्कशीट 15 से 25 हजार रुपए में बेचना बताया है। उसके चार बैंक खातों को फ्रीज कर जांच में शामिल किया है। मालूम हो कि दिल्ली बिहार, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों की यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी मार्कशीट बनाकर युवाओं से धोखाधड़ी के मामले में विजय नगर पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर केस दर्ज किया था। अंतरराज्यीय गिरोह की तर्ज पर इंदौर और उज्जैन के आरोपियों ने फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट बनाए थे।
ज्ञानगंगा स्कूल में प्राचार्य है आरोपी
जांच अधिकारी अनिल गौतम ने बताया कि राज शर्मा को 9 मार्च तक रिमांड पर लिया है। वह बाणगंगा थाना क्षेत्र के भवानी नगर स्थित ज्ञान गंगा स्कूल में प्राचार्य है। अब तक की जांच में स्कूल किस नाम से रजिस्टर्ड है, पता नहीं चल सका। संदेह है स्कूल उसके भाई के नाम पर है। टीम वहां जांच के लिए गई थी। वहां कितने बच्चे पढ़ते हैं, इसकी ऑनलाइन, ऑफलाइन जांच कर रहे है। स्कूल का स्कॉलर रजिस्टर नहीं मिला। संभवत: आरोपी ने उसे छिपा दिया है। स्कूल को सील कर दिया है। केस में अब तक 18 आरोपी पकड़ाए हैं। 25 और आरोपी बन सकते हैं।