signal-less city मध्यप्रदेश में अब वाहन चलाने में कोई बाधा नहीं रहेगी। यहां सिग्नल-लैस शहर बनाने की योजना पर काम चल रहा है।
signal-less city मध्यप्रदेश में अब वाहन चलाने में कोई बाधा नहीं रहेगी। यहां सिग्नल-लैस शहर बनाने की योजना पर काम चल रहा है। यातायात में एआई तकनीक के उपयोग से यह संभव हो सकेगा। प्रदेश का नगरीय विकास एवं आवास विभाग इंदौर को सिग्नल-लैस शहर बनाने की कवायद कर रहा है। निर्बाध रूप से यातायात संचालित करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है।
इंदौर में ट्रैफिक रूल्स तोड़नेवालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए प्रमुख चौराहों पर आइटीएमएस सिग्नल (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मेनेजमेंट सिस्टम) लगाए गए हैं। इसके चलते पिछले चार माह में यातायात नियम तोड़ने वाले 1 लाख 23 हजार 101 वाहन चालकों के आइटीएमएस से चालान बनाए गए हैं।
दरअसल अब इंदौर को सिग्नल-लैस शहर बनाने की कोशिश चल रही है। इस योजना के अंतर्गत ही फ्लाई-ओवर, बाय-लेन, अंडर पास और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसी पहल की जा रही हैं।
सिग्नल-लैस शहर की योजना पूरी होने पर इंदौर शहर में नागरिकों का न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि ट्रैफिक भी सुचारु रहेगा। इंदौर में तेजी से बढ़ते शहरी यातायात को सुविधाजनक बनाने और यात्रा समय को कम करने में यह योजना बेहद मददगार साबित होगी।
सिग्नल-लैस योजना में ऑर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग किया जाएगा। इस तकनीक का इस्तेमाल यातायात प्रबंधन को अधिक स्मॉर्ट और कुशल बनाने में भी किया जा रहा है। एआई से दुघर्टनाओं में कमी भी आने की उम्मीद जताई जा रही है।