MP News : कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर इंदौर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में 14 टीमें भिक्षा वृत्ति करने वालों को पकड़कर सेवा धाम आश्रम उज्जैन पहुंचा रही है।
MP News :मध्य प्रदेश के आर्थिक नगर इंदौर में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर शहर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में करीब 14 अलग-अलग टीमें शहर के अलग-अलग इलाकों के धार्मिक स्थलों के साथ साथ सार्वजनिक क्षेत्रों में सक्रीय भिक्षा वृत्ति करने वालों को पकड़कर सेवा धाम आश्रम उज्जैन पहुंचा रही है।
कलेक्टर आशीष सिंह के आदेश के बाद महिला बाल विकास की टीम ने सुबह 8 बजे से कार्रवाई में जुटी और शहर के अलग-अलग इलाकों में भिक्षा वृत्ति कर रही महिलाओं के अलावा कुछ बुजुर्गों को भी पकड़ा। इसी दौरान महिला बाल विकास विभाग की टीम को राजवाड़ा के समीप शनि मंदिर के पास भिक्षा वृत्ति करते हुए एक महिला को पकड़ा। महिला के पास एक झोला था, जिसमें देखने पर उसमें गुड़ी मुड़ी किए नोटों का जखीरा भरा दिखा, जिसे देख टीम के सदस्य हैरान रह गए। टीम द्वारा जब झोले में भरी रकम को गिना गया तो वो 75 हजार से ज्यादा निकले।
परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा के अनुसार, बुजुर्ग महिला ने ये रकम महज 10 दिनों में लोगों से मांगकर इकट्ठी की थी। महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है। इसके अलावा शहर में कुछ ऐसे परिवार भी हैं, जो 7 से 8 बार भिक्षावृत्ति करने के चलते पकड़े जा चुके हैं और वह लगातार भिक्षावृत्ति के पैशे से ही जुड़े हुए हैं। फिलहाल सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवा धाम आश्रम में भेजा गया है, जहां उनकी काउंसलिंग करा कर उन्हें भिक्षा वृत्ति छोड़कर समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।