-नो कार डे
बीते वर्ष नो कार डे पर एक दिन में बचा था 80 हजार लीटर ईंधन
इंदौर. इंटरनेशनल नो कार डे यानी विश्व कार मुक्त दिवस हर साल 22 सितंबर को मनाया जाता है।यह दिन कार चालकों को एक दिन के लिए अपनी कारों को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसको लेकर महापौर ने इस साल भी ‘नो कार डे’ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसमें शहरवासियों को भी स्वेच्छा शामिल किया जाएगा। मालूम हो, पिछले साल भी नगर निगम ने अभियान चलाकर ‘नो कार डे’ मनाया था, जिसके अच्छे परिणाम भी सामने आए थे।
बीआरटीएस को कार फ्री जोन बनाने की योजना
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक, स्वच्छ शहर में पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार दूसरे साल 22 सितंबर को नो-कार डे रहेगा। इस बार बीआरटीएस को एक दिन के लिए कार-फ्री जोन करने की तैयारी है। 3 दिन पहले से चौराहों पर लोगों से अपील की जाएगी कि वे एक दिन कार का उपयोग न करें।इससे पर्यावरण नुकसान कम होगा और ट्रैफिक दबाव घटेगा।शहर में रोजाना साढ़े चार लाख से अधिक कारें और करीब 4 हजार टैक्सियां चलती हैं।पिछले साल जब अभियान चलाया था, तब एक दिन में 80 हजार लीटर ईंधन बचा था। शहर में कुल कारों की तुलना में 12 फीसदी कारें सड़कों पर कम निकली थीं। एयर क्वालिटी इंडेक्स में 18 फीसदी सुधार हुआ था।5.52 फीसदी सल्फर डाईऑक्साइड को वायुमंडल में जाने से रोका था।
लोकपरिवहन साधन होंगे उपलब्ध
कार की बजाय साइकिल व सार्वजनिक परिवहन का करें उपयोग कार नहीं चलाने वालों के लिए लोक परिवहन के साधन उपलब्ध कराएंगे। ‘नो कार डे’ से पहले 3 दिन चौराहों पर जागरुकता अभियान चलेगा।वॉलेंटियर लोगों से अपील करेंगे कि वे एक दिन कार का उपयोग नहीं करें। नुक्कड़ नाटक, म्यूजिक सहित कई तरह की एक्टिविटी होंगी। महापौर ने शहरवासियों से अपील कर कहा एक दिन नो-कार डे के माध्यम से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को कम कर सकते हैं। सभी 22 सितंबर को कार की बजाय साइकिल, ई-रिक्शा, सिटी बस, माय बाइक, आइबस या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।