MP News: एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से लोन लिया चुकाया नहीं, घर के चक्कर खा खाकर परेशान हुई बैंक टीम, बैंक ने लिया एक्शन
MP news: सांसद शंकर लालवानी के बेटे मीत लालवानी ने एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर नहीं चुकाया। अब निजी बैंक की ओर से दिल्ली की लॉ फर्म ने 1375925.42 रुपए वसूली के लिए नोटिस जारी किया, जो वायरल हो गया। कार्ड के स्टेटमेंट में बड़ी रकम होटल व ऑनलाइन गेमिंग में खर्च होने की बात सामने आई है। हालांकि मीत ने क्रेडिट कार्ड काफी समय पहले बंद होने की बात कही। सांसद लालवानी ने भी कहा, मीत ने लोन लेने से इनकार किया है।
बैंक के वकील संतोष शर्मा ने कहा, वसूली का नोटिस दिया है। कलेक्शन टीम का कहना है, कई बार टीम उनके घर गई, पर मीत मिलते नहीं हैं। बैंक के कलेक्शन विभाग के अधिकारी हर्षवर्धन रावत ने बताया, पूरा ममला लीगल टीम देख रही है।
नोटिस में आरोप लगया गया है कि क्रेडिट कार्ड लेते समय भुगतान की नीयत ठीक नहीं थी और बैंक को गुमराह किया गया। इसी आधार पर बैंक ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 316(2) और 318(4) का उल्लेख करते हुए इसे दंडनीय अपराध बताया है। इसके अलावा बैंक ने मध्यप्रदेश लोकधन शोध्य राशियों की वसूली अधिनियम, 1987 के तहत वसूली की कार्रवाई का संकेत भी दिया है।
बैंक की ओर से भेजे गए नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि अगर 7 दिन के भीतर पूरी बकाया राशि जमा नहीं की गई, तो मीत के खिलाफ सिविल और क्रिमिनल दोनों तरह की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैंक ने यह भी कहा है कि आगे होने वाले सभी खर्च, कोर्ट फीस और कार्रवाई की जिम्मेदारी भी कार्डधारक की ही होगी।
नोटिस में मीत लालवानी का पूरा पता और संपर्क विवरण भी दर्ज है। इससे यह संकेत मिलता है कि यह कोई सामान्य रिकवरी कॉल नहीं है, बल्कि विधिवत कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हें ये नोटिस भेजा गया है।
इस पूरे मामले में शंकर लालवानी के बेटे मीत लालवानी का भी जवाब सामने आया है कि उनका कहना है कि इस क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल उन्होंने नहीं किया है। पहले उनके पास एक क्रेडिट कार्ड था जिसे, उन्होंने बंद करवा दिया है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है अगर क्रेडिट कार्ड बंद करवा दिया तो फिर यह किस क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट है और अगर यह क्रेडिट कार्ड सही में मीत लालवानी ने ही इस्तेमाल किया है तो क्या सांसद पुत्र होने के नाते एचडीएफसी बैंक को सांसद पुत्र चूना लगाने की फिराक में थे।