इंदौर

सिंहस्थ 2028 से पहले बदलेगी पूरे शहर की सूरत, करोड़ों की लागत से बिछेगा सड़क-ब्रिज का जाल

MP News: सिंहस्थ 2028 को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार उज्जैन के साथ इंदौर में भी विकास कार्य किए जाएंगे। जिसमें कई ब्रिज-सड़क का निर्माण होगा।

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Feb 22, 2025

MP News: प्रयागराज महाकुंभ में आई परेशानियों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार अलर्ट हो गई। सिंहस्थ 2028 में उज्जैन के साथ-साथ इंदौर भी भूमिका भी अहम रहेगी। जिसके चलते शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सिंहस्थ के पहले शहर में ओवर ब्रिज और सड़कों का निर्माण किया जाएगा।

इंदौर में होंगे ये काम

इंदौर-उज्जैन को सिक्स लेन किया जाएगा। इसके साथ चंद्रगुप्त मौर्य चौराहे से भांग्या, शंकरखेड़ी, कराड़िया, बजरंग पालिया, धनखेड़ी, मुंडला हुसैन, शाहना, गुरान, जामोदी, सिमरोड, हिरली से देवास उज्जैन मार्ग तक टू लेन 40 किमी की सड़क बनाई जाएगी। इंदौर-उज्जैन मुख्य मार्ग से अलवासा, मुरादपुर, कटक्या मार्ग 10 किमी टू लेन। सरवटे बस स्टैंड से भागीरथपुरा होते हुए लवकुश चौराहे तक एमआर-4 सड़क। एमआर-12, लवकुश चौराहे से देवास बायपास। इंदौर वायर फैक्ट्री से सुपर कॉरिडोर की एमआर-5 सड़क। एमआर-10 व 12 तो पालदा से आइएसबीटी को जोड़ने वाली सड़क। एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर, लवकुश चौराहा होते हुए पालिया टोल नाका की सड़क बनाई जाएगी। एयरपोर्ट से कालानी नगर चौराहा, बड़ा गणपति जिंसी होते हुए लक्ष्मीबाई प्रतिमा सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा।

यहां पर बनाए जाएंगे ब्रिज


लवकुश चौराहे पर बाणगंगा से अरबिंदो के बीच बनने वाला डबल लेयर ओवर ब्रिज। एमआर-12 पर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज बनेगा, जो 90 डिग्री पर मुड़ रहा है। इसे लेकर आइडीए ने मास्टर प्लान में संशोधन की मांग की है। मरीमाता चौराहा ब्रिज। बड़ा गणपति ओवर ब्रिज। कुमेड़ी में आईएसबीटी भी बनकर तैयार है।

नदियों का होगा शुद्धिकरण


नमामि गंगे परियोजना में 511 करोड़ रुपए से 120, 40 व 35 एमएलडी एसटीपी व इंटरसेप्शन का निर्माण। अमृत-2 योजना से 568 करोड़ रुपए में 80 व 40 एमएलडी एसटीपी का निर्माण होगा, शहर के बाहरी व मध्य क्षेत्र में सीवर लाइन डलेगी। स्मार्ट सिटी परियोजना से 30-30, 35-35 व 20-20 एमएलडी के छह एसटीपी व 10-10 एमएलडी के दो सीईटीपी का निर्माण।

दरअसल, प्रयागराज महाकुंभ में 25 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान था, लेकिन संख्या दोगुनी से अधिक हो गई। जिससे प्रयागराज पहुंचने वाले मार्गों में जाम की स्थिति बन गई। ऐसे हालात सिंहस्थ 2028 में न हो, इसलिए सीएम डॉ मोहन खुद समीक्षा कर रहे हैं।

Updated on:
22 Feb 2025 09:48 am
Published on:
22 Feb 2025 09:47 am
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