MP Politics: देश कांग्रेस अध्यक्ष के दो भाइयों और जिला अध्यक्ष पर मुकदमे का मामला, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने दावा- रिकॉर्ड में ग्वाला कॉलोनी के नाम है जमीन, एफआइआर पर सवाल, दावा- रिकॉर्ड में ग्वाला कॉलोनी के नाम है जमीन, एफआइआर पर सवाल, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने लगाया आरोप निशाना बना रही सरकार...
MP Politics: नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार कांग्रेस नेताओं के साथ पीएचक्यू पहुंचे। डीजीपी के नाम ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार व्यक्तिगत दुश्मनी के तहत विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है। एफआइआर में जिनका नाम है, उनका जमीन से कोई लेना-देना नहीं। इस मौके पर विधायक आरिफ मसूद, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव कुणाल चौधरी, चुनाव आयोग प्रभारी जेपी धनोपिया मौजूद थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। विपक्ष के नेता पर सरकार अपनी ताकत का उपयोग दुरुपयोग नहीं करेगी तो इसका मतलब विपक्ष सही से काम नहीं कर रहा। हम सही काम रहे हैं तो सरकार प्रमाण देगी। केस दर्ज करेगी। उधर, इंदौर में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचा। कमिश्नर नहीं मिले तो नेताओं ने दीवार पर ज्ञापन चस्पा कर दिया।
खंडवा रोड के ग्राम उमरीखेड़ा की साढ़े छह एकड़ जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने के आरोप में पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के दो भाइयों भरत, नाना और कांग्रेस जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। अब यादव समाज ट्रस्ट ने कहा है कि राजस्व रिकॉर्ड में जमीन कॉर्पोरेशन ग्वाला कॉलोनी के नाम पर है तो पुलिस निजी व्यक्ति की शिकायत पर एफआइआर कैसे दर्ज कर सकती है?
कार्रवाई के खिलाफ सदाशिव के बेटे धीरज और यादव समाज ट्रस्ट के 15 ट्रस्टी तेजाजी नगर थाने पहुंचे। शिकायत की कॉपी पुलिस कमिश्नर और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर को दी गई। बताया गया कि उमरीखेड़ा के सर्वे 1, 2, 3 व 4 राजस्व अभिलेखों में शासकीय भूमि के रूप में कॉर्पोरेशन ग्वाला कॉलोनी के नाम पर दर्ज है। जमीन नगर निगम ने गो पालन के लिए आरक्षित की थी। आवंटन के लिए ट्रस्ट ने सीएम, कलेक्टर और महापौर को आवेदन किया है।
सदाशिव के अनुसार नरेंद्र जैन की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। फर्जी दस्तावेजों के आरोप गलत हैं। जांच किए बिना मुकदमा दर्ज कर लिया गया। नरेंद्र पर शहर के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेजतैयार करने के केस दर्ज हैं।