कुक्षी विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्य गुणवत्ताहीन है, हालांकि कागजों में वाहवाही लूट ली गई है। विधानसभा में विधायकों ने इस भ्रष्टाचार को लेकर प्रश्न भी दागे, हालांकि कार्रवाई नहीं हो पाई है। लेकिन, लापरवाही का आलम यह है कि अफसर इस योजना को लेकर पल्ला झाड़ रहे हैं। उनका तर्क है कि विधानसभा में मामला उठाने पर केवल जांच हो रही है। इसके बाद और क्या कार्रवाई होगी, जैसा है वैसा ही चलेगा।
जल नल योजना में भ्रष्टाचार, अफसर बोले- विधानसभा में मामला उठ गया, जांच हो गई, अब क्या बिगड़ेगा
कुक्षी के आदिवासी अंचल के गांवों में करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा हर घर नल जल योजना का लाभ
कुक्षी। हर घर नलजल योजना में अधिकारी केवल झूठी वाहवाही ही लूट रहे हैं। कागजों में जहां पूरा कार्य दिखा दिया गया है, वहां कार्य न केवल अधूरा है बल्कि घटिया निर्माण व्यवस्थाओं की पोल खोल रहा है। कहीं टंकी नहीं बनी तो अधिकांश जगह पाइप डालकर छोड़ दिए गए। घरों में शुद्ध जल की पहुुंच अभी तक नहीं हो पा रही है। अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधि भी मूक बने हुए हैं। संभवत: यही कारण है कि जिम्मेदार अफसरों का तर्क है कि मामला विधानसभा में उठ गया, जांच हो रही है लेकिन व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ, सब कुछ ऐसा ही चलेगा। हालांकि विधायकों का कहना है कि विधानसभा में मामला उठाने के बाद चुनाव आ गए थे। ऐसे में अब नई सरकार का गठन हुआ है। एक सत्र में मौका नहीं मिला था। अब आगामी सत्र में फिर इसमें प्रश्न पूछे जाएंगे और बेतुके जवाब देने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
यह हैं हालात
कुक्षी विधानसभा के तीनों ब्लॉक निसरपुर, डही ओर कुक्षी में करोड़ो रुपयों की लागत की ग्रामीण नलजल योजनाओं की स्वीकृति वर्ष 2020 से 21 में हुई और 6 माह में इन सभी योजनाओं को पूर्ण कर गांवों में नल से जल देना था परन्तु कुछ गांवों को अपवाद स्वरूप छोड़ दे तो वर्ष 2022,23 ओर अब 2024 में भी ग्रामीणों को नल से जल नही मिल रहा है। कुल मिलाकर ठेकेदार यहां सरकारी धन को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं और अफसरों की लापवाही आमजन पर भारी पड़ रही है।
ठेकेदारों को ही चांदी
धड़ाधड़ पेयजल योजनाओं की स्वीकृति ओर निर्माण के बाद भी हालात नहीं बदले हैं। बदली है तो केवल ठेकेदारों की तकदीर। कई ठेकेदारों ने आधा अधूरा कार्य किया और पूरा भुगतान उठा लिया। अधिकारी आते गए और बदलते गए लेकिन जल मिशन के तहत निगरानी पर्याप्त नहीं हो पा रही है। राजगढ़ पीएचई के कार्यपालन यंत्री आर के नवीन कहते है हमें 2024 तक इन कार्यों को पूरा करना था, अब आगे जल निगम जाने। ठेकेदारों को किए गए भुगतान को लेकर भी उनके पास जवाब नहीं है।
बड़दा और लोणी में परेशानी यथावत
ग्राम लोणी को लेकर पिछले दिनों पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने पर अफसरों ने कहा था कि जल्द ही समस्या का समाधान कर देंगे लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसी तरह टांडा के बड़दा में टंकी का निर्माण हो रहा है। ग्रामीणों ने निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
अब क्या होगा
कार्य की शिकायतों को लेकर विधानसभा में मामला उठा तो विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अब इससे ज्यादा और क्या होगा?
आर के नवीन, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग
यह है दावा
कुक्षी
कुल मकान-18472
कनेक्शन कर दिए- 18237
प्रगति- 98.73 प्रतिशत
डही
कुल मकान- 19788
कनेक्शन कर दिए- 14251
प्रगति- 72.02 प्रतिशत
निसरपुर
कुल मकान- 17968
कनेक्शन कर दिए- 16660
प्रगति- 92.72 प्रतिशत