MP News: इसके जरिए शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाकर बीमारी को कम किया जा रहा है। बीते दिनों में 22 मरीजों को सरकारी खर्च पर इलाज उपलब्ध कराया गया है।
MP News: शासकीय अष्टांग आयुर्वेद अस्पताल के शल्य तंत्र विभाग में कैंसर से ग्रस्त मरीजों के लिए ओजोन थेरेपी की शुरुआत की गई है। इसके जरिए शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाकर बीमारी को कम किया जा रहा है। बीते दिनों में 22 मरीजों को सरकारी खर्च पर इलाज उपलब्ध कराया गया है।
प्राचार्य डॉ. अजीत पाल सिंह चौहान ने बताया, शरीर को स्वस्थ रखने एवं बीमारियों से बचाव के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इस थेरेपी में ओजोन को सीधे इंजेक्शन से रक्त वाहिनी अथवा मांसपेशियों, घाव के आसपास इंजेक्ट किया जाता है। शरीर की अन्य बीमारियों में जैसे जोड़ दर्द, कमर दर्द, घुटनों के दर्द, त्वचा रोग में ऑक्सीजन की सांद्रता को बढ़ाते हैं।
कैंसर में शरीर के शोधन अर्थात डिटॉक्सिफिकेशन, कैंसर कोशिकाओं के मारण, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तथा कैंसर के घाव को ठीक करने में यह कारगर है। यह शरीर की कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन अवशोषण के लिए ऊर्जावान बनाता है। इससे नुकसानदायक कोशिकाओं का नाश होता है। यूनिट में डॉ. श्वेता वर्मा, डॉ. शेखर पटेल, भारत प्रजापति, कमलेश पटेल एवं निशा मालवीय सेवा दे रहे है।
शल्य तंत्र विभाग के विभाग अध्यक्ष एवं ओजोन थेरेपी यूनिट के संचालक डॉ. अखलेश भार्गव ने बताया, हर साल 1000 मरीज आते हैं। ओजोन ऑक्सीजन का ही सक्रिय रूप है जो शीघ्र रक्त, लसिका व शरीर के ऊतक में कोशिकाओं के साथ जुड़ जाता है। एक मशीन से ओजोनीकृत ऑक्सीजन को शरीर में भेजा जाता है। लगभग 3000 वर्ष पूर्व पतंजलि योग सूत्र में शरीर में योग, प्राणायाम से ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर मन की सिद्धि की जाती रही है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह लाभदायक है।
केस- 1
50 वर्षीय महिला को पेट में कैंसर हुआ। 2021 में ऑपरेशन एवं कीमोथेरेपी के बाद दोबारा 2023 में पेट में दर्द रहने लगा। जांच कराने पर पेट में गठान मिली। पिछले 3 महीने से आयुर्वेदिक दवाई ले रही हैं। अब ओजोन थेरेपी से पेट का दर्द कम हुआ है।
केस-2
45 वर्षीय महिला को स्तन कैंसर हुआ, लेकिन उन्होंने ऑपरेशन नहीं कराया। डॉक्टर के कहने पर लगभग 20 कीमोथेरेपी कराई। कीमो के बाद जांच कराई तो लिवर में भी कैंसर मिला। वह 6 महीने से आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन कर रही हैं। साथ ही ओजोन थेरेपी के कारण पहले से बेहतर महसूस कर रही हैं।