आरक्षक(Indore Crime News) आरोपी लखन से पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसके मोबाइल में कई ड्रग्स पैडलर्स के नंबर सेव मिले हैं। एक महिला ड्रग्स पैडलर का नंबर तो दीदी नाम से सेव मिलने की बात सामने आई है।
Indore Crime News : इंदौर में ड्रग्स तस्कर से मिलीभगत और अनुचित लाभ पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार आजाद नगर थाने के आरक्षक लखन गुप्ता से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। अधिकारी ने कई पुलिसकर्मी को सर्विलांस पर लिया है जो एनडीपीएस केस में आरोपियों से जुड़े हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ सबूत एकत्रित कर रहे हैं। संलिप्तता मिलने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान बाइक सवार आरोपी विजय पाटीदार, मोहमद शाहनवाज उर्फ शाहरुख पकड़ाए थे। आरोपी का संपर्क आरक्षक से मिला था।
सूत्रों के मुताबिक आरक्षक(Indore Crime News) आरोपी लखन से पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसके मोबाइल में कई ड्रग्स पैडलर्स के नंबर सेव मिले हैं। एक महिला ड्रग्स पैडलर का नंबर तो दीदी नाम से सेव मिलने की बात सामने आई है। बताया जा रह है ऐसे कई नंबर हैं। पूछताछ में करीब राज्य के ड्रग्स पैडलर्स की जानकारी भी मिली है। ये बात भी सामने आई कि ड्रग्स पैडलर्स से प्रतिमाह उगाही होती थी, जिसका हिस्सा कई पुलिसकर्मियों में बंटता था। इस कार्रवाई के चलते ही पुलिस की खुफिया सेल से लेकर कई विंग में हलचल मची है।
एडिशनल पुलिस कमिशनर अमित सिंह ने बताया कि एसीपी आजाद नगर ने कार्रवाई की है। आरक्षक लखन गुप्ता(Police constable) की संलिप्तता मिली है। लंबे समय से आरक्षक हमारे सर्विलांस पर था। वरिष्ठ अधिकारी के स्पष्ट निर्देश थे कि जो भी स्टाफ एनडीपीएस की अवैध गतिविधियों में संलिप्त है उसे चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए। आरोपियों ने भी नाम बताए हैं।
ये भी पढें - इन रास्तों पर जानें से बचें, बदला रहेगा रूट
कुछ माह पहले थाने में अभियान चलाया था। ये शपथ दिलाई गई थी कि कोई भी एनडीपीएस की अवैध गतिविधियों में संलिप्त नहीं होगा। यदि संलिप्त होगा तो कार्रवाई होगी। इसमें और भी नाम आए हैं जिन्हें चिन्हित किया जा रहा है। साक्ष्य एकत्रित करने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 45 दिन में बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। बार से जुडे लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी संलिप्तता मिलने पर कार्रवाई होगी। जो आरक्षक पकड़ाया वो आजाद नगर में पदस्थ था। समन वारंट तामिली की कार्रवाई करते थे। ये पाया गया कि एनडीपीएस केस के जो आरोपी होते थे ये उनके समन की तामिली में पैसों की डिमांड करते थे।