Meghalaya Murder Case: सोनम रघुवंशी केस के बाद राज्य की बदनामी पर गुस्साए मेघालय के लोग कर रहे विरोध प्रदर्शन, बदनामी के विरोध की साथ ही टूरिस्ट से कर रहे अपील सोहरा की सुंदरता देखने जरूर आएं, हाथों में पोस्टर लिए सड़कों पर आए नजर...
Meghalaya Murder Case: ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले का खुलासा नहीं होने तक देशभर में सोशल मीडिया पर शिलांग और पूर्वोत्तर को लेकर जो कुछ लिखा गया, उसे लेकर स्थानीय स्तर पर नाराजगी है। बुधवार को जब सोनम और अन्य आरोपियों को कोर्ट पेश किया गया था, तब स्थानीय लोगों और टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध किया। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पोस्टर लहराए, जिन पर लिखा था कि आप आएं और सोहरा की सुंदरता का आनंद लें।
टूर गाइड एसोसिएशन मेघालय (सेंट्रल बॉडी) के प्रेसीडेंट जेराल्ड सैमुअल डुइया के मुताबिक, हाल ही में सोहरा में हनीमून मनाने आया एक जोड़ा लापता हुआ था। अब घटना का खुलासा हो चुका है। इसके लिए टूर गाइड्स एसोसिएशन ऑफ मेघालय बचाव और जांच अभियान में लगी मेघालय पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सभी सहयोगी संस्थाओं व व्यक्तियों को धन्यवाद और बधाई देती है।
इस घटना की आड़ में मेघालय को बदनाम करने की साजिश हुई है। सोशल मीडिया को इसका जरिया बनाया गया। एसोसिएशन ने इसकी कड़ी निंदा की है। कुछ लोगों ने मेघालय को असुरक्षित बताकर पूरे राज्य की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। मेघालय मुर्दाबाद जैसे नारे भी लगाए गए, लेकिन एजेंसियों की कड़ी मेहनत से जैसे ही सच्चाई सामने आई तो लोग अब मेघालय जिंदाबाद कहने पर मजबूर हो गए हैं।
सोहरा आएं और यहां की सुंदरता इंजॉय करें।
सोहरा के लोग टूरिस्ट के साथ हैं, क्रिमिनल्स के नहीं।
हर टूरिस्ट का सोहरा में स्वागत है।
हम हमेशा टूरिस्ट के साथ खड़े हैं।
राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मेघालय सरकार की निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रकरण सामाजिक चेतना और पारिवारिक संवाद की दृष्टि से आत्म परीक्षण का अवसर है। भार्गव ने कहा कि जिस संवेदनशीलता और तत्परता के साथ मेघालय सरकार ने जांच को गति दी, वह प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि मैं नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में रह चुका हूं, इसलिए वहां के टूरिस्ट, सुरक्षा और सांस्कृतिक सौहार्द को भली-भांति समझता हूं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारा शहर केवल साफ-सुथरा नहीं, बल्कि आचरण और रिश्तों की दृष्टि से भी परिष्कृत बना रहे।
हम परिवार संवाद कार्यक्रम के माध्यम से सुनिश्चित करेंगे कि भावनात्मक दूरी, अवसाद और संवादहीनता कम हो। समाज के प्रत्येक वर्ग को इससे जोड़ने की आवश्यकता है। इस घटना से मेघालय की छवि, पर्यटन या वहां की सिस्टरहुड संस्कृति प्रभावित हुई है तो हम खेद प्रकट करते हैं।