unique wedding: दो देशों के मेहमानों की मौजूदगी में हिंदू रीति रिवाज से हुई जयंत-नैन की शादी की सभी रस्में...
unique wedding: प्रेम जब सीमाओं से परे होता है, तो संस्कृतियां भी उसके आगे नतमस्तक हो जाती हैं। ऐसा ही अनूठा नजारा मध्यप्रदेश के इंदौर के महू में उस वक्त देखने को मिला जब डोंगरगांव स्थित केसर पैलेस गार्डन में थाइलैंड की दुल्हन और महू के दूल्हे ने सात फेरे लिए। थाईलैंड की नैन और महू के जयंत सोनी ने हिंदू परंपराओं के बीच सात फेरे लेकर जीवनभर साथ निभाने का वचन लिया। दो देशों की संस्कृति, परंपराएं और परिवारों के स्नेह ने इस विवाह को खास बना दिया।
जयंत सोनी की नैन से मुलाकात 2015-16 में थाइलैंड में हुई थी। शुरुआत काम से हुई पहचान के बाद नैन ने जयंत से होटल मैनेजमेंट का अनुभव प्रमाण-पत्र मांगा, जिसके बाद वह जयंत के संपर्क में आई। कोरोना काल में जयंत ने नौकरी छोड़ी, लेकिन तब भी नैन ने उनका साथ नहीं छोड़ा। साल 2017 में नैन बैंकॉक के एक बड़े होटल ग्रुप में नौकरी के लिए चली गई। आज वह इसी कंपनी में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। दूरी बढ़ी, लेकिन दिलों के बीच की दूरी नहीं बढ़ी। दोनों का संपर्क लगातार बना रहा। करीब 4-5 साल की गहरी दोस्ती के बाद 2019-20 में नैन ने जयंत से अपने प्यार का इजहार किया और विवाह का प्रस्ताव रखा। दोनों ने अपने परिवारों से चर्चा की।
जयंत के परिजनों ने हिंदू परंपरा के अनुसार नैन की कुंडली मंगाई और पंडितों से शुभ मुहूर्त निकलवाकर रिश्ते को अंतिम रूप दिया। नैन के माता-पिता और करीब सात दोस्त शादी के लिए थाइलैंड से भारत आए। विवाह के हर चरण हल्दी, संगीत से लेकर फेरे तक में उन्होंने भाग लिया। भारतीय रीति-रिवाजों की गरिमा और रंगों ने सभी विदेशी मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शनिवार को नैन का धार नाका स्थित महेश नगर कॉलोनी में पारंपरिक ‘ग्रैंड वेलकम’ किया गया।
जयंत के पिता, सेना से रिटायर्ड बंसीलाल सोनी बताते हैं कि जयंत पिछले करीब 10 साल से थाइलैंड में हॉस्पिटलिटी और होटल रेवेन्यू मैनेजमेंट से जुड़ा है। 2013 में वह मलेशिया में नेवी मर्चेंट में कार्यरत था। ईमानदारी देखकर यूपी के एक शिप मालिक ने उसे थाइलैंड में अपना होटल बिजनेस संभालने का अवसर दिया। इसके लिए यूके से चार माह का होटल मैनेजमेंट कोर्स भी कराया गया और बाद में उसे जीएम बनाया गया।