विजन 2047: हजारों करोड़ के निवेश के साथ 2.5 लाख नए रोजगार दिलाने की प्लानिंग
सेटेलाइट टाउन के रूप में आकार लेगी इंडस्ट्रियल टाउनशिप, उद्योग इकाइयों के साथ रहेंगी आवास, शॉपिंग एरिया, स्पोर्ट्स क्लब जैसी सुविधाएं
प्रमोद मिश्रा
एमपी औद्योगिक विकास निगम ने विजन 2047 तैयार कर उस पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत नए औद्योगिक क्षेत्र, आइटी पार्क आदि बनाकर उसे पूरी तरह चलाने का लक्ष्य है। अब सेटेलाइट टाउन के रूप में स्मार्ट इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप को बसाने का लक्ष्य है जहां औद्योगिक इकाइयों के साथ ही अफसर-कर्मचारियों के लिए आवास, शाॅपिंग एरिया, थिएटर, स्पोर्ट्स क्लब जैसी लग्जरी एम्युनिटीज भी रहेंगे। एक तरह से सेटेलाइट टाउन बनेंगे। बैस तैयार करने के बाद शुरुआती दौर में ही हजारों करोड़ के निवेश के साथ ही करीब ढाई लाख नए रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। बाद में रोजगार में और वृद्धि का अनुमान है।
इंदौर व आसपास का इलाका वैसे ही उद्योगों के लिए हॉट पाइंंट बनता जा रहा है। देश ही नहीं विदेश की कंपनियां यहां आ रही हैं। एमपीआइडीसी ने इसके लिए विजन 2047 तैयार किया है। कलेक्टर आशीषसिंह के मुताबिक, प्लानिंग को लेकर सभी गंभीर है। कंसल्टेंट भी नियुक्त होंगे ताकि लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
विजन 2047 डाॅक्यूमेंट के तहत हातोद इलाके के ग्राम अकसौदा में स्मार्ट इंट्रीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप को वर्ष 2030 तक तैयार करने का लक्ष्य है। इसके बाद यहां नए उद्योगों को लाया जाएगा जो 2047 तक स्थापित हो जाएंगे। समय की आवश्यकता को देखते हुए यहां औद्योगिक इकाइयों के लिए जगह के साथ ही अफसर-कर्मचारियों के लिए रेसीडेंस, सिविल एरिया व अन्य सुविधाएं होंगी। करीब 300 हेक्टेयर में इसे बनाया जाएगा। 25 हजार रोजगार मिलने की संभावना है।
- रेडीमेड काॅम्प्लेक्स में प्लग एंड प्ले सुविधा करीब 2.104 हेक्टेयर में। इकाइयों से एग्रीमेंट हो रहे, 2027 तक पूरा करेंगे। 10 हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
- बरलाई में 33.5 हेक्टेयर में इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने की प्लानिंग। यहां 2027 तक विकास करने के बाद इकाइयां स्थापित करने का लक्ष्य। करीब 10 हजार को रोजगार मिलेगा।
- जेतपुर पलासिया के पास तारापुर में 256 हेक्टेयर तथा ग्राम भैंसला में 205 हेक्टेयर में इंडस्ट्रियल एरिया वर्ष 2030 तक विकसित करने का लक्ष्य। इसके बाद इकाइयों का गठन कर निर्माण शुरू किया जाएगा जो वर्ष 2047 तक पूरा करने का लक्ष्य है। दोनों नए क्षेत्र विकसित होने पर करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिलने व हजारों करोड़ का निवेश आने की संभावना है।
- 2232 हेक्टेयर में बन रहा पीथमपुर सेक्टर 7, यहां 10 हजार करोड़ के निवेश व 25 हजार को रोजगार दिलाने का लक्ष्य। यहां का विकास 2025 में पूरा हो जाएगा।
- पीथमपुर सेक्टर 8 व 9, सेक्टर 8 404 हेक्टेयर में होगा जबकि सेक्टर 9 372.6 हेक्टेयर में। यहां 30 हजार करोड़ के निवेश व 80 हजार लोगों को रोजगार दिलाने का लक्ष्य है।