Heavy Rainfall Warning : दोपहर 1 बजे खुले बांध के 13 गेट, खूबसूरत नजारा देखने पहुंचे हजारों लोग, 13 गेट से छोड़ा जायेगा 1 लाख 12 हजार क्युसेक पानी.
Heavy Rainfall Warning : रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने रविवार की दोपहर इसके चार और स्पिल-वे गेट खोले गए हैं। जल निकासी की मात्रा बढाकर 13 गेटों से 1 लाख 12 हजार 160 क्युसेक पानी की निकासी की जा रही है।
कार्यपालन यंत्री बरगी बांध अजय सूरे के अनुसार सुबह बांध का जलस्तर 421.25 मीटर रिकार्ड किया गया, जो ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 15 अगस्त तक निर्धारित 421 मीटर से अधिक है। उन्होंने बताया कि कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश के कारण बांध 88 प्रतिशत भर चुका है। बांध के बैक वाटर से मंडला में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है।
Bargi Dam : बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने बताया कि वर्तमान में बांध का जल स्तर 420.55 मीटर है। बांध 82 प्रतिशत भर चुका है। बांध में 2166 क्यूमेक पानी की आवक हो रही है। अतिवर्षा की संभावना को देखते हुए बांध के 2 और गेट खोले गए। बांध से अतिरिक्त जल निकासी के कारण नर्मदा नदी के तटों का जल स्तर 8 से 10 फीट बढ़ेगा। लोगों को नर्मदा के तटवर्ती इलाकों से दूर रहने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
नर्मदा का जल स्तर बढऩे से धुआंधार, घुघरा जलप्रपात फिर से खो जाएंगे। इससे पहले पिछले सप्ताह सहायक नदियों गौर, टेमर का जल स्तर बढऩे से नर्मदा में बाढ़ की स्थिति बनी थी और धुआंधार जल डूब गए थे। भेड़ाघाट स्थित लहेटा छोर का पुल डूब गया था। धुआंधार मार्ग पर शिल्पियों की दुकानों में पानी भरने से छोटी प्रतिमाएं सहित अन्य सामान बह गया था।
लगातार हो रही बारिश से बरगी बांध लबालब हो गया है। जल स्तर सुरक्षित सीमा तक बनाए रखने के लिए शनिवार शाम पांच बजे 2 और गेट खोले गए। बांध के 9 गेट से 84 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे गौरीघाट, तिलवाराघाट, लहेटाघाट, भेड़ाघाट समेत अन्य नर्मदा तटों का जलस्तर बढ़ गया है। तिलवारा घाट का पुराना पुल सीजन में दूसरी बार डूबने को है। बताया गया कि सभी 9 गेट औसतन 1.72 मीटर खोले गए हैं।