Board Exams 2025 : परीक्षा के ऐनवक्त फॉर्म की देरी को लेकर होने वाली हड़बड़ी से निपटने के लिए अब स्कूल प्रबंधन को ही जिम्मेदार बनाया जा रहा है। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के फॉर्म स्कूल प्राचार्य ही जमा कराएंगे।
Board Exams 2025 : परीक्षा के ऐनवक्त फॉर्म की देरी को लेकर होने वाली हड़बड़ी से निपटने के लिए अब स्कूल प्रबंधन को ही जिम्मेदार बनाया जा रहा है। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के फॉर्म स्कूल प्राचार्य ही जमा कराएंगे। अगर देरी हुई तो प्राचार्य द्वारा विलंब शुल्क भरा जाएगा। छात्र ऑनलाइन सेंटर के भरोसे नहीं छोडे़ जाएंगे।
परेशान नहीं होंगे छात्र
छात्रों को ऑनलाइन सेंटर में होने वाली गलती का खामियाजा नहीं भुगतना पड़ेगा। शिक्षा विभाग ने इस दिशा में एक अहम निर्णय लिया है। परीक्षा आवेदन की पूरी जिम्मेदारी सीधे तौर पर संबंधित स्कूलों की होगी। पहले स्कूलों द्वारा ये जवाबदारी छात्रों पर डाली जा रही थी। जिसके चलते छात्रों को परेशान होना पड़ता था।
पचास हजार विद्यार्थी
जिले में दसवीं और बारहवीं कक्षाओं में अध्ययनरत छात्रों की संख्या 50 हजार है। ऑनलाइन सेंटरों में परीक्षा आवेदनों में गलतियों के चलते हर साल 4 से 5 हजार छात्रों को लेट फीस जमा करनी होती है। इससे छात्र मानसिक रूप से भी परेशान होते हैं। वे पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। इस नई व्यवस्था से छात्रों को इस प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
शिक्षा विभाग के अनुसार अब स्कूल प्रबंधन को सभी परीक्षा आवेदनों को समय पर जमा करना होगा। स्कूल आवेदनों का सत्यापन भी खुद करेंगे। यदि किसी कारणवश आवेदन समय पर जमा नहीं होता है, तो लेट फीस की जिम्मेदारी भी स्कूलों को वहन करनी होगी।
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा के तारीखों का खुलासा भी कर दिया है। जिसके तहत कक्षा 10 और 12वीं की परीक्षा 25 फरवरी से आयोजित की जाएंगी। एमपी बोर्ड ने घोषणा की है कि सभी परीक्षाओं का आयोजन निर्धारित तिथियों पर 3 घंटे की पाली में किया जाएगा, जो कि सुबह 9 बजे से शुरू होगी।
शिक्षा प्रणाली के सुधार की दिशा में यह कदम उठाया गया है। परीक्षा आवेदन में स्कूलों की जवाबदेही तय की जा रही है।
डॉ. आरके बधान, परीक्षा प्रभारी