खतरनाक मुखोटे पहन कर उपद्रवी लोगों को डरा रहे हैं। पुंगीबाज कानफोड़ू शोर मचा रहे हैं। आने वाले दो दिन पूरा शहर सड़कों में रहेगा। ऐसे में अनहोनी हो सकती है। इसके बावज़ूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। मुखोटे पहन कर निकलने वालो को रोका नहीं जा रहा है।
culture and religious : संस्कार और धार्मिक आस्था के लिए देशभर में पहचाने जाने वाले जबलपुर को नजर लग गई है। नवरात्रि में गली-गली गाड़ियों में धमाचौकड़ी मचा रहे बदमाशों ने लोगों का निकलना दूभर कर दिया है। खतरनाक मुखोटे पहन कर उपद्रवी लोगों को डरा रहे हैं। पुंगीबाज कानफोड़ू शोर मचा रहे हैं। आने वाले दो दिन पूरा शहर सड़कों में रहेगा। ऐसे में अनहोनी हो सकती है। इसके बावज़ूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। मुखोटे पहन कर निकलने वालो को रोका नहीं जा रहा है।
शहर की सड़कों के किनारे लगी दुकानों में यह मुखौटे और पुंगी आसानी से मिल रही है। कर्कश ध्वनि वाली पुंगी जैसे ही किसी के आसपास बजती है, तो लोग परेशान हो जाते हैं। यदि कोई विरोध करे, तो पुंगी बजाने वाले विवाद करने तक से पीछे नहीं हटते। इससे सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को होती है। छोटे बच्चे कर्कश आवाज सुनकर डर के मारे रोने लगते हैं। बुजुर्गों को यह आवाज विचलित कर देती है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।
पुंगी और मुखौटे के अलावा बाइकर्स की गैंग ने भी शहर की सड़कों पर उत्पात मचा रखा है। आठ से दस बाइक के झुंड में बाइकर्स कहीं से भी गाड़ी का तेज हार्न बजाकर निकल रहे हैं। बाइक से फायरिंग जैसी आवाज निकालने और साइड स्टेण्ड को नीचे कर उससे चिंगारी निकालकर स्टंट किया जा रहा है। सुपर मार्केट, सराफा, घमापुर, गढ़ा बाजार, गोरखपुर, रांझी और सदर में ऐसे युवाओं की टोली देखने मिल रही है।
पहले ऐसे तत्वों के खिलाफ सत कार्रवाई की गई थी। बाइक पर हुड़दंग मचाने वालों की बाइक की हवा निकाल दी जाती थी। पुंगी बजाने वालों को पकड़कर पुलिस उनके कान में पुंगी बजाती थी। इस साल ये कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मुखौटा लगाने और पुंगी बजाने वालों को पकड़कर कार्रवाई की जा रही है। दो दिन सख्ती से पालन कराया जाएगा। ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।