दिवाली पर खरीदी 500 करोड़ की ज्वेलरी, 1300 करोड़ का हुआ कारोबार
jewellery rate : दीपावली का त्योहार कारोबार के लिए अच्छा साबित हुआ। लोगों ने दिल खोलकर खरीदी की। तीन दिनों तक बाजार में पैर रखने की जगह नहीं मिली। धनतेरस से खरीदी की जो शुरूआत हुई वह दिवाली तक चली। इस दौरान प्रमुख क्षेत्रों में 1300 से 1400 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। सबसे ज्यादा बिक्री सोना-चांदी और डायमंड की ज्वेलरी, वाहन और रियल एस्टेट में रही। इधर, परंपरागत बाजार भी इस बार बहुत चला। पूजन सामग्री, सजावट, फूल माला से लेकर मिठाइयों की रिकॉर्ड बिक्री हुई।
इस बार की दिवाली ने कारोबारियों के चेहरे पर चमक ला दी। छोटी दुकान से लेकर बड़े स्टोर में खरीददारों का तांता लगा रहा। सभी प्रमुख क्षेत्रों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा कारोबार हुआ। जीएसटी का असर भी बाजार में देखने को मिला। चीजें सस्ती हुई तो लोगों ने ज्यादा मात्रा में खरीदी की।
सबसे ज्यादा असर ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखने को मिला। कारों की रिकॉर्ड बिक्री हुई। इसी प्रकार मोटरसाइकिल और स्कूटर भी लोगों ने खूब खरीदे। सोना और चांदी की कीमतें आसमान पर होने के बावजूद लोगों ने त्योहार और शादियों के सीजन के लिए भी गहने खरीदे।
रियल एस्टेट में बढ़ा रुझान देखने को मिला। कुल कारोबार में 60 फीसदी प्लॉट बिके तो 30 फीसदी तैयार मकान और बाकी कृषि और कमर्शियल प्रॉपर्टी के सौदे हुए। इलेक्ट्रॉनिक मार्केट भी खूब दमका। बड़े आकार के टीवी, फ्रिज और वाशिंग मशीन की अधिक मांग रही। गारमेंट, फर्नीचर, बर्तन और सजावट की चीजों का बाजार भी चमका।
कैट के संभागीय अध्यक्ष दीपक सेठी ने बताया कि इस बार जीएसटी का असर बाजार में दिखाई दिया। इसी प्रकार लोगों की खरीदी क्षमता भी पहले से बेहतर हुई है। शहर में नौकरीपेशा का बड़ा वर्ग है। इस बार केंद्रीय कर्मचारियों को बोनस और डीए के एरियर्स का फायदा मिला। इन सबका मिला-जुला असर बाजार में देखने को मिला।