Fast food, junk food : खेलने-कूदने की उम्र में नन्हे-मुन्ने फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं।
Fast food, junk food : खेलने-कूदने की उम्र में नन्हे-मुन्ने फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं। किसी के दुबलेपन से माता-पिता परेशान हैं तो कोई देखने में मोटा है पर कुछ दूर पैदल चलने, सीढ़ी चढ़ने अथवा खेलने में हांफने लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार स्वाद के चक्कर में फास्टफूड और जंक फूड का सेवन सेहत का बंटाढ़ार कर रहा है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.मंजू अग्रवाल के अनुसार बच्चों को फास्टफूड, जंक फूड कभी-कभार खिलाएं। पारंपरिक भारतीय खाने को बच्चों के लिए रुचिकर बनाया जा सकता है।
शक्ति नगर निवासी एक 7 वर्षीय बच्चे को बार-बार उल्टी-दस्त, पाचन की समस्या हो जाती है। जांच और काउंसलिंग में पाया गया कि फास्ट फूड के सेवन ने पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाया है।
रांझी निवासी 12 साल का एक बच्चा अक्सर थोड़ा खेलने, दौड़ने, सीढ़ी चढ़ने हांफने लगता है। जांच में पता लगा कि बच्चा मोटा तो है पर स्वस्थ नहीं, उसमें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या हो रही है।
10 वर्षीय लड़की का उम्र के मुकाबले वजन ज्यादा है। वह थकान महसूस करती है। चिड़चिड़ापन भी बढ़ रहा है। चिकित्सकों ने नियमित व्यायाम करने और संतुलित आहार लेने की सलाह दी है।
11 साल की लड़की को अक्सर पेट में तेज दर्द, उल्टी की समस्या होती थी। जांच में पता लगा कि उसे पहले अल्सर फिर बड़ी आंत की समस्या हो गई। उसकी आंत का ऑपरेशन करना पड़ा।
● 2-3 साल की उम्र से बच्चों में एसिडिटी की समस्या
● 08 से लेकर 12 साल तक के बच्चों में हार्मेानल असंतुलन के मामले बढ़े
● 01 दशक से बच्चों में बढ़ी कुपोषण, मोटापा की समस्या
● 02 से 8 साल तक के बच्चे कब्ज, उल्टी-दस्त से बार-बार हो रहे पीड़ित
● पैरों में दर्द, थकान, चिड़चिड़ापन की शिकायतें
Fast food, junk food : बच्चे जंक फूड और फॉस्ट फूड के आदी बनते जा रहे हैं। इनसे पेट तो भर जाता है, लेकिन शरीर को आवश्यक पोषण और पोषक तत्व नहीं मिलते। अत्यधिक फैट, कार्बोहाइड्रेट शरीर में पहुंचने पर बच्चों में मोटापा की समस्या बढ़ रही है।