वर्ष 2020 में प्रतिदिन औसतन 45 हजार लोग मेट्रो बस की सवारी कर रहे थे अब ये संख्या घटकर 20 हजार रह गई है।
Metro bus : सार्वजनिक परिवहन के लिए शहर की लाइफ लाइन मेट्रो बस से लोगों ने दूरी बना ली है। मेट्रो बस की सवारी करने वालों की संख्या चार साल में घटकर आधी से भी कम हो गई है। वर्ष 2020 में प्रतिदिन औसतन 45 हजार लोग मेट्रो बस की सवारी कर रहे थे अब ये संख्या घटकर 20 हजार रह गई है।
इसका मुख्य कारण विजय नगर, करमेता, आइटीआई और अधारताल, महाराजपुर, सुहागी, पनागर रूट पर मेट्रो बस से आवाजाही में 40 मिनट तक का ज्यादा समय लगना है। ऐसे में लोग इन मार्गों पर आवाजाही के लिए टैक्सी, ई रिक्शा, ऑटो की सवारी से लेकर निजी वाहन का उपयोग कर रहे हैं।
अभी नगर में 70 मेट्रो बस संचालित हो रही हैं। प्रत्येक बस निर्धारित रूट पर औसतन 3-4 फेरे लगाती हैं। आवश्यकता के अनुसार बस के फेरे बढ़ा भी दिए जाते हैं। नगर निगम को सार्वजनिक परिवहन सुविधा और बेहतर बनाने के लिए केन्द्रीय शासन की योजना के तहत 100 इलेक्ट्रिक बस मिलना है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन बसों के आने में लगभग 6 महीने का समय और लगेगा। दिल्ली स्तर पर टेंडर की प्रक्रिया जारी है।
Metro bus : कोरोना काल के पहले नगर में प्रतिदिन औसतन 45 हजार के लगभग यात्री सफर करते थे। अभी 20 हजार यात्री यात्रा कर रहे हैं। इसका बड़ा कारण फ्लाईओवर की निर्माण साइट के 2 रूट में आवाजाही में अतिरिक्त समय लगना है।