Multivitamins: चिकित्सकों के अनुसार कई लोग बीमारी के लक्षण बताकर मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेते हैं और लंबे समय तक उनका सेवन करते रहते हैं।
Multivitamins: चिकित्सक की सलाह के बिना मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेना और सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर मल्टीविटामिन का मनमाना सेवन लोगों को बीमार कर रहा है। शहर के अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिनमें पेट दर्द, उल्टी, चक्कर, मल्टीविटामिन के ओवरडोज के हाथ-पैरों में ऐंठन से लेकर किडनी में पथरी जैसी गंभीर समस्याएं सामने आ रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई लोग शरीर में सामान्य कमजोरी या दर्द होने पर स्वयं ही दवाइयां शुरू कर देते हैं। वहीं कुछ मामलों में मरीज के कहने पर, उसकी मेडिकल हिस्ट्री और ताजा जांच रिपोर्ट देखे बिना मल्टीविटामिन दे दिए जाते हैं, जिससे समस्या और बढ़ जाती है।
चिकित्सकों के अनुसार कई लोग बीमारी के लक्षण बताकर मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेते हैं और लंबे समय तक उनका सेवन करते रहते हैं। बाद में वही दवाइयां उनके लिए नई बीमारी का कारण बन जाती हैं। विशेषज्ञों का स्पष्ट कहना है कि मल्टीविटामिन या किसी भी सप्लीमेंट का सेवन केवल डॉक्टरकी सलाह से ही किया जाना चाहिए।
हाथ-पैर और जोड़ों में लगातार दर्द की शिकायत पर 45 वर्षीय युवक ने खुद ही विटामिन डी की दवाइयां लेना शुरू कर दिया। कई महीनों तक दवा लेने के बाद किडनी में पथरी की समस्या सामने आई। जांच और काउंसलिंग के दौरान चिकित्सकों ने पाया कि यह समस्या विटामिन डी के ओवरडोज के कारण हुई।
करमेता निवासी 42 आंखों से धुंधला दिखाई देने लगा। उसने मेडिकल स्टोर संचालक की सलाह पर विटामिन ए की दवा लेना शुरू कर दी। कुछ समय बाद उसे चक्कर, सिरदर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी। जांच में सामने आया कि यह परेशानी विटामिन ए के अधिक सेवन कारण हो रही थी।
विटामिन एः अधिक मात्रा से सिरदर्द, धुंधली दृष्टि और हड्डियों में दर्द
विटामिन डीः कैल्शियम बढ़ने से किडनी स्टोन और हड्डियों में दर्द
विटामिन ईः रक्त पतला होने से अधिक रक्तस्त्राव का खतरा
विटामिन सीः ज्यादा सेवन से डायरिया, पेट दर्द और ऐंठन
आयरनः ओवरडोज से पेट दर्द, कब्ज और उल्टी की समस्या
मल्टीविटामिन दवाओं का डोज तय होता है, जो मरीज की मेडिकल हिस्ट्री और ताजा जांच रिपोर्ट देखकर ही दिया जाना चाहिए। सोशल मीडिया देखकर या मेडिकल स्टोर की सलाह पर दवाइयां लेना और ओवरडोज करना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। - डॉ. आरएस शर्मा, मेडिसिन व हृदय रोग विशेषज्ञ