तीन सितबर को नया सिस्टम बनते ही मानसून एक बार फिर सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से पूर्वी मप्र के जिलों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। खास करके लो प्रेशर एरिया सिस्टम के प्रभाव से जबलपुर सभाग के जिलों में तेज बारिश के समीकरण बन रहे हैं।
September Monsoon : मानसूनी सिस्टम कमजोर होने के चलते बीते कई दिन से दर्ज होने लायक बारिश नहीं हो रही है। सोमवार को भी कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी ही हुई। धूप निकलने से उमस बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार, तीन सितबर को नया सिस्टम बनते ही मानसून एक बार फिर सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से पूर्वी मप्र के जिलों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। खास करके लो प्रेशर एरिया सिस्टम के प्रभाव से जबलपुर सभाग के जिलों में तेज बारिश के समीकरण बन रहे हैं। यह सिलसिला तीन-चार दिनों तक जारी रह सकता है।
तापमान सामान्य से अधिक: सोमवार सुबह से ही आसमान में धूप खिली रही। बीच-बीच मे बादलों की आवाजाही से उमस में बढ़ोतरी हुई। अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक था। रात का न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। यह भी सामान्य से एक डिग्री अधिक था। सीजन में कुल वर्षा का आंकड़ा 43.75 इंच पहुंच गया।
बारिश के मौसम में डेंगू से शहरवासियों को राहत नहीं मिल रही। सोमवार को आई रिपोर्ट में डेंगू के नौ और मरीज मिले। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार इस साल अब तक डेंगू के 127 मिल चुके हैं। हालांकि, निजी अस्पतालों में बड़ी संया में डेंगू के संदिग्ध मरीज इलाज करा रहे हैं। डेंगू/ चिकनगुनिया/मलेरिया के खतरे को देखते हुए लार्वा के सभावित स्थलों के सर्वे का दावा किया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि 22 टीमों ने हाईकोर्ट परिसर/कलेक्ट्रेट, जेल लाइन रेत नाका, ललपुर, गौरीघाट, मल्ला कालोनी, गुलौआ क्षेत्र में लार्वा सर्वे व विनष्टीकरण का अभियान चलाया। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राकेश पहारिया ने बताया कि जागरुकता अभियान के दौरान लोगों को बचाव के संदेश दिए।
● छत व घर के आसपात्त अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दें
● सप्ताह में एक बार कूलर का पानी खाली कर दें
● पानी के बर्तन, टंकियों आदि को ढंक कर रखें
● हैंडपप के आसपास पानी जमा न होने दें
● घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से भर दें
● पानी भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्टी का तेल या जला तेल डालें
● डेंगू, चिकुनगुनिया का मच्छर दिन के समय काटता है, इसलिए दिन के समय पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें
● सप्ताह में एक बार टीन, डिब्बा, बाल्टी का पानी खाली कर सुखाएं