Jabalpur Crime: बुढापे में सहारा देने वाले बेटों ने ही ले ली पिता की जान, चचेरे भाई को हुआ था शक, पड़ताल में मिला शव
Jabalpur Crime: बुढ़ापे में सहारा बनने के बजाय दो कपूतों ने पिता को जल समाधि ही दे दी। हाथ-पैर बंधे पिता का शव नर्मदा नहर में 10 किमी दूर मिला। पुलिस ने बेटों हिरासत में ले लिया है। वारदात की वजह पारिवारिक कलह बताई जा रही है। मझगवां पुलिस ने बताया, अगरिया गांव के गिरानी कुम्हार (55) के दो बेटे अजय, संतोष से अक्सर विवाद होता था। छुटकारा पाने बेटों ने रूह कंपा देने वाला प्लान बनाया।
10 अगस्त को जब पूरा इलाका कजलियां पर्व पर सौहार्द्र बढ़ाने में जुटा था, तब अजय-संतोष पिता के हाथ बांधकर ले जाने लगे। तभी चचेरा भाई शंकर आ गया। पूछा तो भाइयों ने कहा, उन्हें सिद्ध बाबा ले जा रहे हैं। उन्होंने बुढ़री नहर में पिता को फेंक दिया। उनके हाथ बंधे ही थे, पैर भी रस्सी गमछे से बांध दिए।
चचेरा भाई शंकर 10 अगस्त की रात गिरानी को तलाशते हुए सिद्ध बाबा गया पर वे नहीं मिले। सोमवार को चचेरे भाइयों से पूछा। पहले तो यही कहते रहे कि सिद्ध बाबा पहुंचा आए। कहीं चले गए होंगे। शंकर तलाश में निकला तो शव नहर में मिला। पुलिस ने दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।