मध्य प्रदेश पावर जनरेशन कपनी के ताप विद्युत गृहों की क्षमता साढ़े छह सौ मेगावॉट से अधिक है। लेकिन इन ताप विद्युत गृहों से महज 50 से 60 प्रतिशत बिजली का उत्पादन हो रहा है।
NTPC : रबी सीजन के शुरू होते ही प्रदेश में बिजली की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बिजली की सप्लाई पूरी तरह से एनटीपीसी पर निर्भर है। मध्य प्रदेश पावर जनरेशन कपनी के ताप विद्युत गृहों की क्षमता साढ़े छह सौ मेगावॉट से अधिक है। लेकिन इन ताप विद्युत गृहों से महज 50 से 60 प्रतिशत बिजली का उत्पादन हो रहा है। जल विद्युत गृहों का भी यही हाल है। हाल ही में जल विद्युत गृहों से भी उत्पादन आधा कर दिया गया। ऐसे में यदि एनटीपीसी के साथ किसी प्रकार की समस्या आती है, तो प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो सकता है।
बिजली कपनियों की माने तो इस वर्ष बिजली की मांग अपने सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ सकती है और बिजली की मांग 20 हजार मेगावॉट तक पहुंच सकती है। 16 अक्टूबर को ताप विद्युत गृहों से 3979 मेगावॉट ही बिजली का उत्पादन किया गया। सबसे ज्यादा उत्पादन रविवार को 4138 मेगावॉट रहा। जल विद्युत गृह से रविवार को सबसे कम 1059 मेगावॉट उत्पादन किया गया। सबसे अधिक उत्पादन 13 अक्टूबर का 1838 मेगावॉट रहा।