सांस्कृतिक उत्थान न्यास के साथ डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के एमओयू पर विवि प्रशासन के हस्ताक्षर हुए।
Vedic Mathematics : रानी दुर्गावती विश्व विश्वविद्यालय में वैदिक गणित के पाठ्यक्रम शुरू होंगे। शुक्रवार को उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में सांस्कृतिक उत्थान न्यास के साथ डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के एमओयू पर विवि प्रशासन के हस्ताक्षर हुए। परमार ने कहा कि वैदिक गणित भारत की प्राचीनतम विधा है। जल्द ही प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में वैदिक गणित के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
जबलपुर में आयोजित तीन दिवसीय वैदिक गणित कार्यशाला में शिरकत करने आए उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने महाविद्यालय प्राचार्यों की बैठक भी ली। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों के लिए अब पैसे की कमी नहीं है। साथ ही बताया कि उज्जैन, भोपाल और ग्वालियर विश्वविद्यालय को केंद्र से 100-100 और जबलपुर, इंदौर, छतरपुर, शहडोल व रीवा को 20-20 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इससे अधोसंरचना विकास और अकादमिक उन्नयन के काम होंगे। उन्होंने दावा कि अब सरकारी विश्वविद्यालय निजी विश्व विद्यालयों से बेहतर हो गए हैं। सभी को प्रयास छात्रों की संख्या बढ़ाने की दिशा में करना चाहिए। उन्होंने कॉलेजों में भी छात्रों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया।
मंत्री परमार ने कहा कि कॉलेजों में प्राचार्यों ने कक्षाओं में पढ़ाने से दूरी बना रखी है जो कि सही नहीं। वे भी कक्षाओं में जाकर क्लास लें। विद्यार्थी को गढऩे और संस्कारवान बनाने का शिक्षकों के हाथों में है। कॉलेजों में छात्रों की नियमित उपस्थिति में आ रही कमी को लेकर प्राचार्यों से सुझाव मांगे और अपने स्तर पर कॉलेजो को इस दिशा में आगे आकर पहल करने की बात कही। पीएमश्री कॉलेजों में बस सुविधाओं पर भी चर्चा की गई। मंत्री ने कहा कि पीएमश्री कॉलेजों में नए पाठयक्रमों के साथ ही प्रयोगशालाओं में छात्र सुविधाओं का विस्तार होगा।