Bastar Tourism: इस ब्रिज का निर्माण बिहार के राजगीर में बने स्काई वॉक ग्लास ब्रिज की तर्ज पर होगा जो चीन के हांगझोऊ प्रांत में बने कांच के पुल की तर्ज पर बना है। जिसकी कीमत 8 से 10 करोड़ तक आने वाली है।
Bastar Tourism: बस्तर के विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात पर ग्लास स्काई वॉक ब्रिज बनने जा रहा है। शीशे के इस पुल से चित्रकोट जलप्रपात को देखने का नजारा अपने आप में शानदार रहने वाला है। यहां बना गिलास ब्रिज देश का सबसे लंबा गिलास ब्रिज होगा।
इसलिए इसकी तैयारी में जिला प्रशासन काफी तेजी से तैयारियों में जुटा हुआ है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इसका टेंडर निकाला जाएगा। इससे बस्तर (Bastar Tourism) के नेचर एडवेंचर को तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ ही बस्तर की पहचान भी इससे बदलेगी। इस ब्रिज का निर्माण बिहार के राजगीर में बने स्काई वॉक ग्लास ब्रिज की तर्ज पर होगा जो चीन के हांगझोऊ प्रांत में बने कांच के पुल की तर्ज पर बना है। जिसकी कीमत 8 से 10 करोड़ तक आने वाली है।
चित्रकोट जलप्रपात जगदलपुर से चालीस किमी दूर स्थित है। यह बारिश के दिनों में जब उफान में होता है तो इसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। 95 उंचे इस जलप्रपात को भारत का सबसे चौड़ा झरना है भी माना जाता है जो बारिश के मौसम में 900 फीट की चौड़ाई तक का आकार ले लेता है। इसी चौड़ाई को देखते हुए इसे भारत के नियाग्रा फाल्स के नाम से भी जाना है। इंद्रावती नदी पर बने इस जलप्रपात का लुत्फ उठाने बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं।
कलेक्टर विजय दयाराम के ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को चित्रकोट जल प्रपात पर नदी के उस पार तिरथा गांव की तरफ से तैयार किया जाएगा ताकि लोगों को चित्रकोट का नया व्यू देखने को मिले। जिला प्रशासन स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ हाट बाजार, फ्लवार गार्डन व सैलानियों के लिए रिसार्ट पर काम कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार इस पुल को बनाने में करीब 450 टन स्टील लगेगा। इतना ही नहीं इसके बकायदा स्ट्रक्चर तैयार होगा। जिसमें कांच के टूकड़ों (Bastar Tourism) को हर किसी घर में टाइल्स की तरह बिछाया जाएगा। इसकी मजबूती का खास ख्याल रखा जा रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक इस पुल पर एक साथ 70 से अधिक लोग सैर कर सकेंगे। इस ब्रिज के ऊपर चढऩे से ऐसा लगेगा जैसे आप हवा में चल रहे हैं। यह पुल डेढ़ सौ फीट लंबा होगा। बस्तर के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा। इसे देखते हुए ही इसे लेकर सरकार भी संवेदनशील नजर आ रही है।
प्रोजेक्ट पर चर्चा फरवरी माह में ही सरकार से कर ली गई थी। इस दौरान चित्रकोट महोत्सव हो रहा था तभी सीएम यहां पहुंचे हुए थे। इस दौरान स्काई वॉक ग्लास ब्रिज (Bastar Tourism) प्रोजेक्ट की जानकारी सीएम को दी गई थी। उन्होंने इसे बेहतर बताते हुए काम शुरू करने कहा था। लेकिन इसी दौरान चुनाव शुरू हो गए और इस पर चर्चा रूक गई। लेकिन जिला प्रशासन जुटा रहा और पूरी तैयारी उन्होंने कर ली।