भैसादरहा जलप्रपात को देखने के लिए सालभर CGTourism: पर्यटक हवाई मार्ग, रेलमार्ग और सड़क मार्ग से पहुंचते हैं। इस जलप्रपात की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाएं मौजूद हैं।
CG News: छत्तीसगढ़ में घूमने की बहुत सी जगहें हैं। इन जगहों में से एक है जो आप ऊपर तस्वीर देख रहे है। यह बस्तर जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की है। यहां स्थित भैंसादरहा को इस उद्यान क्षेत्र का स्वर्ग कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह इलाका बांस के घने जंगलों से घिरा हुआ है। हरे-भरे बांस के पेड़ों की आभा इस जगह पर देखते ही बनती है।
यहां तक पहुंचने वाली कांगेर धारा एक प्राकृतिक जलाशय बनाती है जिसे ही भैंसादरहा कहा जाता है। यह जलाशय मगरमच्छ और कछुओं की कई प्रजातियों की सुरक्षित दुनिया है। कांगेर घाटी में एडवेंचर ढूंढने वालों के लिए यह जगह जन्नत से कम नहीं है।
भैसादरहा जलप्रपात को देखने के लिए सालभर पर्यटक हवाई मार्ग, रेलमार्ग और सड़क मार्ग से पहुंचते हैं। इस जलप्रपात की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाएं मौजूद हैं।
कांगेर घाटी में ही स्थित कैलाश गुफा से भैंसादरहा की दूरी 29 किमी है। इसके अलावा कोलेंग वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गुप्तेश्वर मार्ग से भी यहां पहुंचा जा सकता है। गुप्तेश्वर की दूरी जगदलपुर से 60 किमी है और वहां से 12 किमी जाने पर भैंसादरहा का मनोरम नजारा मिल जाएगा।