CG News: रायपुर के डीकेएस मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाद बिलासपुर और जगदलपुर में राज्य का दूसरा व तीसरा शासकीय मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण हो रहा है।
CG News: बस्तरवासियों के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का सपना जल्द पूरा होने वाला है। डिमरापाल स्थित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के संचालन के लिए कांटिनेंटल हॉस्पिटल ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके साथ ही अस्पताल के संचालन को लेकर एग्रीमेंट की प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, अगले तीन महीनों के भीतर अस्पताल में सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
इस अस्पताल की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां हार्ट, लिवर और न्यूरों के स्पेशिलिस्ट की मौजूद रहेंगे जो अब तक पूरे बस्तर संभाग में कही भी नहीं है। ऐसे में अब मरीजों को इनसे जुड़ी विशेष बीमारी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। वहीं आम इलाज की क्वालिटी भी बेहतर होगी। लंबे अरस से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का भवन बन गया था। दशक भर से इसके संचालन के लिए कवायद चलाई जा रही थी। कई मतर्बा यह टल गया। अबकी बार उम्मीद है यह शुरू हो सकता है।
डिमरापाल में तैयार हो रही दस मंजिला इस अस्पताल का काम पूरा हो चुका है। सारी मशीने इंस्टाल हो गई हैं। विभाग के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की लागत 200 करोड़ के करीब पहुंच रही है। जिसमें 60 फीसदी राशि केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन कर रही है।
इस इमारत में ग्राउंड लोर के अलावा 10 मंजिल का कंट्रक्शन किया गया है। इसमें कैंसर संस्थान, ट्रामा सेंटर, बर्न सेंटर, नवीन सिम्स छात्रावास, डॉक्टरों और स्टाफ के लिए आवास सहित अन्य सुविधाएं होंगी। अभी 10 मंजिल बिल्डिंग वहां भी बनकर तैयार हो चुकी है। यहां इसके अलावा सुपर स्पेशलिटी कोर्सेस की पढ़ाई शुरू होगी। इससे राज्य में सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों की कमी दूर होगी।
हृदय रोग से संबंधित समस्या मेडिसीन व शल्य क्रियाएं (कार्डियोलॉजी विभाग एवं कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी विभाग)
किडनी रोग से संबंधित समस्त मेडिसीन एवं शल्य क्रियाएं (नेफ्रोलॉजी विभाग एवं यूरोलॉजी विभाग)
मस्तिष्क रोग से संबंधित मेडिसीन एवं शल्य क्रियाएं (न्यूरोलॉजी विभाग एवं न्यूरोसर्जरी विभाग)
अमित कटारिया, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, छग शासन: सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इसका संचालन हैदराबाद का कांटिनेंटल ग्रुप करेगा। इसके लिए एग्रीमेंट भी कर लिया गया है। आने वाले तीन महीने के अंदर इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
रायपुर के डीकेएस मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाद बिलासपुर और जगदलपुर में राज्य का दूसरा व तीसरा शासकीय मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण हो रहा है। यह सिम्स से बिल्कुल अलग है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बनाए जा रहे हैं इस हॉस्पिटल में ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन चिकित्सा के अलावा गहन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। यहां बस्तर संभाग के अलावा छत्तीसगढ़ और देशभर के मरीजों को सरकारी दर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
CG News: जानकारी के अनुसार दिसंबर 2018 से बन रहे अस्पताल में 85 फीसदी निर्माण पूरे हो चुके हैं। शेष 15 फीसदी काम अगले वर्ष यानी कि मार्च 202 तक पूरे होने की संभावना है। यूं तो अस्पताल को फरवरी 2020 तक पूरा करना था, लेकिन कोरोना महामारी में यह प्रोजेक्ट लेट हो गया।
फिर अधिकारियों ने नई डेट लाइन जारी की और जून 2021 तक इसे पूरा करने का दावा किया, इसी तरह जनवरी 2022 का समय भी निकल गया और यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। हालांकि इसी वर्ष इसका काम पूरा हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार के आपसी सहयोग से बनाए जा रहे 250 बिस्तरों के अस्पताल में डॉक्टर सहित करीब 550 कर्मचारी लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगे।