CG Heavy Rain: हेलीकॉप्टर से पांच लोगों का रेस्क्यू किया गया। इसी बीच एक नाले में कार सहित चार लोगों के बह जाने की भी खबर है। प्रशासन तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
CG Heavy Rain: बस्तर में लगातार हो रही बारिश आफत बनकर टूट पड़ी है। सोमवार से जारी मूसलाधार बारिश ने मंगलवार को हालात बिगाड़ दिए। इंद्रावती, शबरी, शंखनी और डंकनी जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिससे पांच सौ से अधिक गांवों में टापू जैसे हालात बन गए हैं। रायपुर में भी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
सुकमा और ओडिशा का सड़क संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। लोहंडीगुड़ा क्षेत्र में 85 परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। वहीं, एसडीआरएफ की टीम ने अब तक 15 लोगों को सुरक्षित निकाला है। पहली बार हेलीकॉप्टर से पांच लोगों का रेस्क्यू किया गया। इसी बीच एक नाले में कार सहित चार लोगों के बह जाने की भी खबर है। प्रशासन तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जापान से फोन पर हालात की जानकारी ली।
सोमवार रात से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोहंडीगुड़ा के ग्राम मांदर में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई, जिससे 85 परिवारों को अपने घर छोड़ना पड़ा। प्रशासन और बचाव दल ने प्रभावितों तक राहत पहुंचाई। एसडीआरएफ ने बाढ़ में फंसे 15 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि पानी से घिरे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया गया।
सुकमा की ओर जाने वाले एनएच के दरभा घाट पर बाघपार पुल के पास एक कार तेज बहाव में बह गई। इससे कार में पांच लोग सवार थे। हादसे में वाहन चालक कूद कर अपनी जान बचाने कामयाब हो गया। जबकि वाहन व चार सवारियों का पता नहीं चल सका है। वे रामेश्वर जाने के लिए निकले थे और तेज बारिश को लेकर उन्होंने वापस लौटने का फैसला किया, लेकिन हादसा हो गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने जापान प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हुई अतिवृष्टि से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से फोन पर चर्चा करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति जानी और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने अधिकारियों से कहा, एसडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा जाए और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।