विकासखंड बकावंड में परिजनों का आरोप है कि नवजात को टीका लगाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई। उन्होंने इस मामले में बकावंड प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
ग्राम पंचायत वन कोमार निवासी महिला मीनावती ने बताया कि डेढ़ माह के शिशु को उप स्वास्थ्य केंद्र गारेगा में 8 मई 2024 को पहला टीका बीसीजी लगा था। इसके बाद 26 जून 2024 को आईंपीवी का दूसरा टीका लगाया गया। इसके बाद पीसीवीओ, पीवी के तीन टीके लगाए गए।
टीके लगने के बाद मां मीनवती अपने बच्चे को लेकर घर वनकोमार चली गई, लेकिन रात में अचानक बच्चे को तेज़ बुखार हो गया एवं उसे सांस लेने में बड़ी तकलीफ होने लगी। मासूम बच्चे को बुखार से कांपते देखकर मीनावती घबरा गई। सिरप पिलाने के बाद बच्चे की तबीयत में थोड़ा सा सुधार होने पर मां ने चैन की सांस ली और बच्चा भी कुछ देर के लिए सो गया। रात्रि 2-3 बजे के बीच बच्चे को अचानक फिर से तेज़ बुखार चढ़ गया और बच्चे की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। दूसरे दिन सुबह 10 बजे मासूम बच्चे की मौत हो गई।
इस पर प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने गलत तरीके से बात की। वहीं बच्चे की मां मीनाबती का कहना है कि उसका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था। मैं नहीं जानती कि कौन सा टीका लगने के कारण मेरे बच्चे की मौत हुई है।
इस मामले में सीएमएचओ का कहना है कि मामले की जानकारी आई है। इस मामले में जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही मामला साफ हो पाएगा। यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।