Patrika Mahila Suraksha: महिलाओं को मजबूत बनना चाहिए। महिलाएं आसानी से अपनी समस्या बता सकें ऐसा माहौल तैयार किया जाना चाहिए।
Patrika Mahila Suraksha: पत्रिका की ओर से महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए पत्रिका रक्षा कवच महिला सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा। अभियान के तहत शनिवार को शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय (बस्तर यूनिवर्सिटी) में जागरूकता को लेकर शपथ का आयोजन किया गया।
इस दौरान यूनिवर्सिटी के अलग-अलग विभागों की शिक्षिकाओं ने महिला अपराधों को लेकर सजग रहने की शपथ ली। अपने-अपने आसपास किसी भी तरह के महिला अपराध होने पर इसकी सूचना तत्काल पुलिस को देने की शपथ दोहराई। इस दौरान शिक्षिकाओं ने महिलाओं पर होने वाली हिंसा के खिलाफ गहरी चिंता जताई। एक स्वर में कहा कि महिला अपराधों के खिलाफ कड़े कानून बनाए जाने चाहिए। साथ ही घरों, सार्वजनिक स्थलों और कार्यस्थलों पर होने वाले यौन उत्पीड़न के प्रति भी अपनी चिंता व्यक्त की।
शिक्षिकाओं ने कहा कि महिला अपराधों को लेकर वे छात्राओं को भी सजग करेंगी। इस दौरान डॉ. रश्मि देवांगन, डॉ. तूलिका शर्मा, डॉ. प्रज्ञा गुप्ता, डॉ. शारदा देवांगन, पूजा ठाकुर, इंदू बेक, अनुवा डे, श्रद्धा डोंगरे, नीलम किरण, प्रीति मरावी, भूमिका साह मौजूद रहीं।
डॉ. रश्मि देवांगन, विवि के एमबीए डिपार्टमेंट की शिक्षिका: महिलाओं को घर के बाहर भी सुरक्षित माहौल देना होगा। वे जब चाहें घर से बाहर निकल सकें। शहर में हर एक जगह सीसीटीवी कैमरे होने चाहिए। कॉलेज छात्राओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की पेट्रोलिंग भी बेहतर से बेहतर होनी चाहिए। कॉलेज आने वाली छात्राओं को शहर में सुरक्षित माहौल मिले इस परकाम हो। पत्रिका का यह भियान सराहनीय है।
डॉ. तूलिका शर्मा, शिक्षिका, एमएसडब्ल्यू डिपार्टमेंट: पुलिस द्वारा जारी 100 नंबर हर तरह के अपराधों से संबंधित शिकायतों के लिए है। महिला अपराधों और शिकायतों के लिए स्थानीय स्तर पर अलग से नंबर जारी होना चाहिए, जो हमेशा चालू रहे और उस पर शिकायत दर्ज होने के साथ ही तुरंत कार्रवाई भी सुनिश्चित हो। इसके साथ ही महिलाओं को भी खुद की सुरक्षा के लिए सजग रहना होगा।
Patrika Mahila Suraksha: डॉ. प्रज्ञा गुप्ता, शिक्षिका, जर्नलिज्म एंड मास कयुनिकेशन डिपार्टमेंट: पुलिस की टीम को कॉलेजों, पार्क और पर्यटन स्थलों पर गश्त करना चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं को मजबूत बनना चाहिए। वे अपनी रक्षा के लिए भी तैयार रहें। शहर के शैक्षणिक संस्थानों के आसपास भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए। महिलाएं आसानी से अपनी समस्या बता सकें ऐसा माहौल तैयार किया जाना चाहिए।