6 लेन एक्सप्रेस-वे बनने के बाद जयपुर और दिल्ली के बीच यात्रा और सुगम हो जाएगी। साथ ही बाबा श्याम के भक्तों को भी मंदिर तक पहुंचने में अब पहले से कम समय लगेगा।
जयपुर। खाटू श्याम जी के श्रद्धालुओं और जयपुर-दिल्ली मार्ग पर सफर करने वालों के लिए खुशखबरी है। भजनलाल सरकार प्रदेश में एक और मेगा सड़क परियोजना पर काम शुरू करने जा रही है। कोटपूतली से किशनगढ़ तक करीब 181 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की तैयारियां जोरों पर हैं।
6 लेन एक्सप्रेस-वे बनने के बाद जयपुर से दिल्ली के बीच यात्रा और सुगम हो जाएगी। साथ ही बाबा श्याम के भक्तों को भी मंदिर तक पहुंचने में अब पहले से कम समय लगेगा। परियोजना के लिए लगभग 1679 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा और इसकी अनुमानित लागत करीब 6906 करोड़ रुपए होगी। यह एक्सप्रेस-वे नीमकाथाना के गांवड़ी क्षेत्र से होकर गुजरेगा। सड़क की चौड़ाई करीब 100 मीटर और ऊंचाई 15 फीट रखी जाएगी। दिसंबर माह से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे कोटपूतली, मकराना, नावां, रुपनगढ़, कुचामनसिटी, रेनवाल, खाटू श्यामजी, रींगस, पलसाना, खंडेला, पचकोडिया, अणतपुरा, डयोढ़ी-कोड़ी, जैतपुरा, रोजड़ी, आकोदा, नरैना और दूदू से होते हुए किशनगढ़ तक पहुंचेगा। यह मार्ग कुल पांच जिलों से होकर गुजरेगा।
सरकार ने इस परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली है। नया एक्सप्रेस-वे मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-48 का विकल्प बनेगा। इसके शुरू होने के बाद एनएच-48 पर ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। यह सड़क न केवल खाटू श्याम जी के भक्तों की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी, बल्कि राजस्थान में पर्यटन और औद्योगिक संपर्क को भी नई गति देगी।
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गौतलब है कि प्रदेश में जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस-वे (402 किमी), कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेस-वे (181 किमी), जयपुर-भीलवाड़ा (193 किमी), बीकानेर-कोटपूतली (295 किमी), ब्यावर-भरतपुर (342 किमी), अजमेर-बांसवाड़ा (358 किमी), जयपुर-फलोदी (345 किमी) और श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेस वे (290 किमी) के लिए कवायद तेज हो चुकी है।