जयपुर

बल्ले-बल्ले : आ गई गुड न्यूज…राजस्थान के 2,73,752 परिवारों को मिलेगी आशियाने की सौगात

PMAYG: 6 साल से भी अधिक समय से अपने पक्के घर का इंतजार कर रहे परिवारों का सपना अब साकार होने जा रहा है। वर्ष 2018 के आवास प्लस सर्वे में शामिल प्रदेश के 2 लाख 73 हजार 752 परिवारों को शीघ्र ही पक्के आवासों की सौगात मिलेगी।

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May 05, 2025

Affordable Housing in Rajasthan: जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में गरीबी मुक्त गांव की दिशा में राज्य सरकार के प्रयास रंग ला रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के अंतर्गत प्रदेश को बड़ी सौगात मिली है। वर्ष 2018 से पक्के घर का सपना देख रहे 2 लाख 73 हजार 752 परिवारों को अब शीघ्र ही अपने आशियाने की सौगात मिलेगी। यह सफलता मुख्यमंत्री के निरंतर प्रयासों और केंद्र सरकार के सहयोग से संभव हो पाई है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने पदभार संभालने के बाद से ही केंद्र सरकार के साथ तालमेल बनाकर ग्रामीण विकास योजनाओं को गति दी है। हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मनरेगा, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जैसी योजनाओं में राजस्थान को अधिकाधिक लाभ दिलाने के लिए ठोस चर्चा की। इसका प्रतिफल प्रदेश को अब स्पष्ट रूप से मिलने लगा है।

गरीबी मुक्त गांव की ओर एक कदम और

मुख्यमंत्री शर्मा का सपना ‘गरीबी मुक्त राजस्थान’ का है। इसे साकार करने के लिए राज्य सरकार ने बजट में विशेष प्रावधान करते हुए पहले चरण में 5,000 गांवों को गरीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन गांवों के सभी बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए 300 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। सरकार का उद्देश्य इन परिवारों को सिर्फ पक्का घर देना ही नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। इसके लिए विभिन्न स्वरोजगार योजनाएं, कौशल विकास प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और मनरेगा के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

अब किसी परिवार को नहीं करना होगा इंतजार

राजस्थान सरकार के प्रयासों से अब वर्ष 2018 के आवास प्लस सर्वेक्षण में दर्ज सभी परिवारों को आवास मिल पाएगा। इससे पहले राज्य को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 22.23 लाख घरों का लक्ष्य मिला था, जिनमें से करीब 20 लाख आवासों का कार्य पूरा हो चुका है। अब बचे हुए 2.73 लाख परिवारों के लिए भी घरों की स्वीकृति मिल गई है।

प्रथम किश्त जारी करने के निर्देश

राज्य के ग्रामीण विकास विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र भेजकर पात्र परिवारों को स्वीकृति पत्र देने के साथ-साथ प्रथम किश्त जारी करने के निर्देश दे दिए हैं। इसके तहत प्रत्येक लाभार्थी को 1 लाख 20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये और मनरेगा के अंतर्गत 90 दिनों का मजदूरी भुगतान भी सुनिश्चित किया जाएगा।

सपनों का घर अब हकीकत बनने को तैयार

राजस्थान सरकार की यह पहल न केवल लाखों परिवारों को आश्रय प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने की राह भी दिखाएगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की इस उपलब्धि ने प्रदेश को ‘गरीबी मुक्त गांव’ के लक्ष्य की ओर मजबूती से अग्रसर कर दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘सभी के लिए आवास’ के संकल्प को राजस्थान सरकार ने एक नई ऊंचाई दी है। अब प्रदेश के लाखों बेघर परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लौटेगी और उनके सपनों का पक्का घर जल्द ही हकीकत बनेगा।

Published on:
05 May 2025 07:46 pm
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