Bisalpur Dam July Update: बीसलपुर बांध 95% भराः त्रिवेणी से पानी की तेज आवक जारी। हर घंटे बढ़ रहा जलस्तर, 24 घंटे में लबालब होने की संभावना। जुलाई में पहली बार खुल सकते हैं गेट, प्रशासन ने की तैयारियां पूरी।
Bisalpur Gate Opening:जयपुर। बीसलपुर बांध सोमवार दोपहर तक 95 फीसदी से अधिक भर गया है। इधर त्रिवेणी से पानी की आवक लगातार बनी हुई है। ऐसे में उम्मीद है कि बांध जल्द भर जाएगा।
बीसलपुर बांध में सोमवार तीन बजे तक 315. 26 आरएल मीटर तक पानी आ गया है। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। ऐसे में बांध अब मात्र 24 सेमीमीटर ही खाली रहा है। इधर त्रिवेणी का गेज अब भी तीन मीटर से अधिक ही चल रहा है। ऐसी स्थिति में बांध के इस बार जुलाई में ही भरने की पूरी उम्मीद है।
गत चौबीस घंटे की बात की जाए तो बांध में 27 सेमी पानी आ गया है। रविवार सुबह छह बजे तक बांध का गेज 314.90 आरएल मीटर था। वहीं सोमवार को सुबह छह बजे तक बांध का गेज 315.17 आरएल मीटर तक जा पहुंचा। यानी चौबीस घंटे में 27 सेमी पानी की आवक हो गई।
सोमवार की ही बात की जाए तो सुबह से लेकर दोपहर तीन बजे तक नौ सेमी पानी आ गया है। आज सुबह छह बजे बांध का गेज 315.17 आरएल मीटर था तो दोपहर तीन बजे यह गेज बढकऱ 315.26 आरएल मीटर तक जा पहुंचा है। यानी हर घंटे औसत एक सेमी पानी आ रहा है।
बांध में पानी की आवक इसी तरह बनी रही तो आगामी 24 घंटे में बांध भर जाएगा। इस हिसाब से मंगलवार दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक बांध के भरने की उम्मीदें नजर आ रही हैं। त्रिवेणी का गेज इस समय 3.30 मीटर चल रहा है।
बीसलपुर बांध के गेट खोलने से पहले प्रशासन आस-पास गांवों को सचेत करने के लिए सायरन बजाएगा। ताकि अलर्ट रहे। इसके बाद बांध में पानी की आवक की क्षमता के अनुसार गेट खोले जाएंगे। पानी जिस रफ्तार से आएगा, उतने ही पानी की निकासी के लिए गेटों की संख्या व हाइट तय की जाएगी। इसके अलावा बांध के गेट खोलने से पहले बांध प्रशासन पूजा-अर्चना भी करता है।
इस बार मानसून पूरी तरह से मेहरबान रहा है। समय से एक सप्ताह पहले राजस्थान में मानसून आ गया। उम्मीद से अधिक बारिश भी हुई है। ऐसे में बीसलपुर बांध के लबालब होने की उम्मीदें भी पूरी हैं। पिछले साल की बात की जाए तो बांध के गेट छह सितम्बर को खोले गए थे। बांध के गेट अब तक सात बार खोले गए हैं। इनमें छह बार अगस्त व एक बार सितम्बर में खुले थे। लेकिन इस बार जुलाई में उम्मीदें पूरी हैं। ऐसा होता है कि पिछले 26 साल के इतिहास में पहली बार होगा कि बांध के गेट जुलाई में ख्ुलेंगे।