कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने अवैध बजरी परिवहन को लेकर विवादित बयान दिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
Rajasthan Politics: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ब्यावर जिले के जैतारण में होलिका दहन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान मंत्री गहलोत ने विवादित बयान दिया। उन्होंने डीएसपी और सीआई की मौजूदगी में मंच से कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था, बजरी ट्रैक्टर मत पकड़ना। आप लोग थोड़ी हिम्मत रखना। उन्होंने कहा कि सवा लाख की रसीद मुश्किल से भरी जाती है। इस बयान के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है।
इस मामले को लेकर नेता प्रतिपतक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि 'बजरी माफियाओं को मंत्री जी दे रहे है खुली छूट… जैतारण के होली दहन के कार्यक्रम में खुले मंच पर अधिकारियों के सामने मंत्री अवैध बजरी को बढ़ावा देने की बात कह रहे है, जो यह प्रमाणित कर रही है की संगठित तरीके से प्रदेशभर में अवैध खनन की अनुमति भाजपा सरकार के द्वारा दी जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि 'वैसे जैतारण क्षेत्र में अपने लोगो को अवैध बजरी की पहले से ही खुली छूट दे रखी है मंत्री ने, जगह-जगह पर बजरी का अवैध स्टॉक करके डंपर-ट्रेलर भरवाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा क्या आपको बजरी की इन अवैध गतिविधि के बारे में जानकारी है या फिर यह काम आपकी सहमति से हो रहा है ? जवाब तो देना पड़ेगा।'
कैबिनेट मंत्री ने समारोह के दौरान कहा कि डीएसपी और सीआई भी बैठे हैं। मैंने बहुत पहले इन्हें कह दिया था कि ट्रैक्टर से जो बजरी का काम करते हैं, आप लोग थोड़ी हिम्मत रखना। इन लोगों का ट्रैक्टर मत पकड़ना। सवा लाख रुपए की रसीद बहुत मुश्किल से भरी जाती है।
मंत्री ने कहा कि 'एक ट्रैक्टर के पीछे इन्हें मुश्किल से 200 से 250 रुपए की मजदूरी मिलती है। 500 से 600 रुपए से ज्यादा इनकी कमाई एक दिन में नहीं होती है। जैतारण में कोई जाति, धर्म का हो, कोई भी काम करते हो, लेकिन आप लोग पूरी ईमानदारी से ऐसा काम करना, जिससे जैतारण का नाम खराब न हो।'