Car Sale in Rajasthan: शोरूम संचालकों का कहना है कि इस बार ग्राहकों का उत्साह नवरात्र और त्योहारों के ऑफर्स से कहीं ज्यादा हाल ही में लागू हुई जीएसटी कटौती को लेकर है।
जयपुर। नवरात्र का पहला दिन राजस्थान के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए बेहद खास रहा। सिर्फ एक ही दिन में करीब 1100 कारों की बिक्री हुई। शोरूम संचालकों का कहना है कि इस बार ग्राहकों का उत्साह नवरात्र और त्योहारों के ऑफर्स से कहीं ज्यादा हाल ही में लागू हुई जीएसटी कटौती को लेकर है। अनुमान है कि नौ दिनों में राज्यभर में 10 से 11 हजार नई कारें बिक सकती हैं।
देशभर में नवरात्र के साथ ही नई जीएसटी दरें लागू हुई हैं। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थकेयर और घरेलू जरूरत की कई वस्तुओं पर टैक्स दरें घटा दी गईं। नतीजा यह हुआ कि कार समेत तमाम वाहनों की कीमतों में हजारों रुपये तक की कमी आई। शोरूम संचालकों के मुताबिक, एक मिड-रेंज कार पर ग्राहक को औसतन 30 से 60 हजार रुपये तक का सीधा फायदा मिल रहा है। यही वजह है कि नवरात्र के पहले दिन से ही शोरूम्स पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
हुंडई की क्रेटा कार की कीमत करीब 38 हजार रुपये कम हुई है। अब इसकी कीमत 10.73 लाख के करीब हो गई है, जीएसटी की नई दर लागू होने से पहले क्रेटा की शुरुआती कीमत 11.11 लाख के करीब थी। इसी तरह से ग्रैंड i10 की कीमत में 51 हजार से अधिक कमी आई है। अब इसकी शुरुआती कीमत 5.47 लाख के करीब हो गई है। इसी तरह से स्विफ्ट, डिजायर, फ्रोंक्स, बलेनो और वैगनआर की कीमतों में भी तगड़ी कटौती हुई है। बताया जा रहा है कि, भारी डिमांड के चलते छोटी कारों के स्टॉक खत्म होने का डर है।
कारों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों ने भी बाजार में जबरदस्त पकड़ बनाई है। टाटा, महिंद्रा और किआ की इलेक्ट्रिक कारों के लिए खास पूछताछ देखने को मिली। ग्राहकों का मानना है कि जीएसटी छूट के साथ-साथ सरकार की ईवी पॉलिसी से होने वाले अतिरिक्त लाभ ने खरीदारी को आसान बना दिया है। वहीं, मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा की पेट्रोल-डीजल मॉडल्स की भी भारी बिक्री हुई है।
त्योहारी सीजन में ग्रामीण इलाकों की भागीदारी भी मजबूत दिख रही है। कारों के अलावा बाइक, ट्रैक्टर और छोटे मालवाहक वाहनों की भी खरीदारी में तेजी आई है। इससे स्पष्ट है कि इस बार नवरात्र का शुभ मुहूर्त पूरे ऑटो सेक्टर के लिए उछाल लेकर आया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में जीएसटी कटौती से मांग को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। अगर यही रफ्तार अगले कुछ हफ्तों तक बनी रही, तो केवल सितंबर-अक्टूबर में ही पिछले साल के मुकाबले 20–25 प्रतिशत ज्यादा वाहनों की बिक्री दर्ज हो सकती है।
त्योहारों की शुरुआत में ही मिले इस शानदार रिस्पॉन्स से ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ-साथ स्थानीय डीलर्स भी गदगद हैं। अब सबकी निगाहें नवरात्र के शेष दिनों और धनतेरस और दीवाली पर हैं, जब बाजार की रौनक अपने चरम पर होगी।