शहीद स्मारक पर एसआई भर्ती को रद्द करवाने तथा RPSC के पुनर्गठन की मांग को लेकर धरना दे रहे युवाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच बहसबाजी हो गई।
राजधानी जयपुर में बुधवार को वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ियों और SIR के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में दिग्गज नेता और कार्यकर्ता ने पीसीसी से शहीद स्मारक तक पैदल मार्च निकाला। जिसमें पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खत्री सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।
इस दौरान शहीद स्मारक पर एसआई भर्ती को रद्द करवाने तथा RPSC के पुनर्गठन की मांग को लेकर धरना दे रहे युवाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच बहसबाजी हो गई, पेपर लीक से पीड़ित युवाओं ने इन लोगों का विरोध किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर एसआई भर्ती को रद्द करवाने तथा RPSC के पुनर्गठन की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में कांग्रेस के नेताओं की ओर से अराजकता फैलाने के आरोप लगाए।
बेनीवाल ने पोस्ट कर लिखा- 'जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर S.I. भर्ती को रद्द करवाने तथा RPSC के पुनर्गठन की मांग को लेकर धरना चल रहा है,तीन माह से अधिक समय इस धरने को हो गया परंतु राजस्थान की भाजपा सरकार ने अपनी जिम्मेदारी को भूला दिया लेकिन राजस्थान के प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी ने भी अपना नैतिक दायित्व खो दिया है।'
उन्होंने आगे लिखा कि- 'आज पूर्व सीएम अशोक गहलोत,पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कुछ कांग्रेसी नेताओं के इशारे पर ही कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के ही कुछ मोर्चो के नेताओं ने शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में जिस तरह अराजकता फैलाने का प्रयास किया वो निंदनीय है।'
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 'चूंकि कांग्रेस सरकार के शासन काल में ही S.I.भर्ती 2021 हुई थी और जांच एजेंसी ने पूर्ववती सरकार के मुखिया के नजदीकी लोगों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है ऐसे में कांग्रेस पार्टी द्वारा इस धरने में अशोभनीय कृत्य करना यह इंगित करता है कि कांग्रेस पार्टी पेपर लीक, नकल गिरोह पनपाने जैसे अपने उन गुनाहों को छिपाना चाहती जो सत्ता में रहते हुए उन्होंने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ किए।'