जयपुर

Cyber Fraud : मेवात के साइबर ठगों ने बदला ठिकाना, अब अलवर-भरतपुर से नहीं बल्कि यहां से शुरू किया ठगी का कारोबार

एटीएम पर खुद का सीसीटीवी कैमरा फिट कर रखा था ठगों ने, कैश लेने आते लोग तो पासवर्ड पता कर लेते। पैसा निकालने के दौरान उसका पासवर्ड पता कर लेते थे और उसके बाद फ्रॉड का खेल शुरू होता था।

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Sep 22, 2024

जयपुर। भरतपुर और अलवर के मेवात इलाके में साइबर ठगों पर लगातार एक्शन होने लगा तो ठगों ने ठिकाना बदल लिया। अब भरतपुर की जगह भीलवाड़ा में साइबर ठगों का नया ठिकाना मिला है और इस पर हरियाणा पुलिस ने छापा मारा है। बाद में इसकी जानकारी भीलवाड़ा पुलिस को भी दी गई है। रेड की यह कार्रवाई कल दे रात की है।

घर में ही खोल ली ठगी की दुकान
भीलवाड़ा जिले के मांड़ल थाना क्षेत्र के आरजिया चौराहे पर साइबर ठगी के बड़े ठिकाने का शनिवार रात पता लगा। घर में ही साइबर ठगी की दुकान खोल रखी थी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही भनक लगने से ठग भाग गए। रात को उनकी लोकेशन विदेश में आ रही थी। हरियाणा पुलिस 22 लाख की साइबर ठगी की वारदात में शामिल संदिग्धों की तलाश में यहां आई थी। हरियाणा पुलिस के एक मकान में पहुंचने पर मामला खुला।

नोट गिनने की मशीन और दस लाख की मिली नकदी
ठगों के यहां से लगभग 10 लाख रुपए नकद, एक नोट गिनने की मशीन, 30 क्यूआर कोड मशीन, 27 मोबाइल, दो लेपटॉप बरामद हुए है। घर में कोई नहीं मिला। मकान से ही राजस्थान के कई कलक्टर, एसपी, तहसीलदार समेत कई अधिकारियों की मुहर मिली है। इनमें कई मुहर पर भारत व राजस्थान सरकार लिखा है। यह देखकर हरियाणा व भीलवाड़ा पुलिस दंग रह गई। पुलिस संदिग्ध दो भाइयों की तलाश कर रही है।

हरियाणा पुलिस तलाश करती हुई पहुंची थी भीलवाड़ा
थानाप्रभारी संजय कुमार ने बताया कि हरियाणा में 22 लाख की साइबर ठगी हुई थी। इसमें भीलवाड़ा जिले के आरजिया के कुछ लोगों के शामिल होने की बात सामने आई। इसे लेकर जांच के लिए हरियाणा के झज्जर जिले से साइबर थाने की एएसआई सविता देवी के नेतृत्व में टीम मांडल पहुंची। मांडल से जाप्ता लेकर टीम ने रात को आरजिया चौराहे पर जुबेर हुसैन के घर में दबिश दी। घर में कोई नहीं मिला। यहां साइबर ठगी करने के सारे साधन मौजूद थे। टीम ने यहां से करीब 10 लाख नकद बरामद किए। अधिकारियों की मुहर थैले में भरी हुई थी। टीम जुबेर और उसके भाई जुवेल का पता कर रही है। पुलिस ने जुबेर की लोकेशन निकाली। एक दिन पहले शुक्रवार को उसकी लोकेशन जयपुर आ रही थी। शनिवार रात को वह यूएई आ रही थी।

एटीएम पर खुद का सीसीटीवी कैमरा फिट कर रखा था ठगों ने, कैश लेने आते लोग तो पासवर्ड पता कर लेते
जांच में बड़ी बात ये सामने आई है कि खुद के मकान से कुछ ही दूरी पर स्थित एक एटीएम से यह सारा खेल चल रहा था। जुबेर और जुवेल के घर के नजदीक चौराहे पर एक एटीएम लगा हुआ है। इस एटीएम पर बेहद गुप्त तरीके से सीसीटीवी कैमरा लगा दिया गया था। इस कैमरे की नजर से दोनो भाई उन लोगों पर नजर रखते थे जो लोग पैसा निकालने आ रहे हैं। पैसा निकालने के दौरान उसका पासवर्ड पता कर लेते थे और उसके बाद फ्रॉड का खेल शुरू होता था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह का पहला ही मामला सामने आया है।

मेवात में एक्शन मोड पर हैं आईजी राहुल प्रकाश…. साढ़े चार लाख फोन और सिम बैन किए
दरअसल मेवात इलाके में साइबर ठगी और गौ तस्करी को काबू करने के लिए आईपीएस अधिकारी राहुल प्रकाश को आईजी लगाया गया था। पिछले कुछ महीनों में लगातार एक्शन लेते हुए आईजी और उनकी टीम ने करीब साढ़े चार लाख सिम और फोन को ब्लाक किया है। करीब पांच सौ से ज्यादा साइबर ठगों को काबू किया है। गौ तस्करी करने वालों को अरेस्ट किया है। करीब पचास से ज्यादा अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया गया है। इन सभी एक्शन से डरकर अब साइबर ठग अपना ठिकाना बदल रहे हैं।

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Published on:
22 Sept 2024 11:26 am
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