70 हजार में भ्रूण लिंग परीक्षण का सौदा, 20 हजार करवा लिए ट्रांसफर राज्य पीसीपीएनडीटी टीम का सीकर रोड पर निजी सोनोग्राफी सेंटर में डिकॉय दलाल ने डिकॉय गर्भवती महिला को निजी संस्कार हेल्थ होम केयर पर बुलाया दलाल को भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए प्रेरित करने, ठगी के मामले में पकड़ा
जयपुर. राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने शुक्रवार को सफल डिकॉय कार्रवाई करते हुए सीकर रोड स्थित एक निजी सोनोग्राफी सेंटर पर कोटा निवासी महिला दलाल हेमलता उर्फ हेमा को फर्जी तरीके से भ्रूण परीक्षण के नाम पर ठगी व प्रेरित करने पर पकड़ लिया। टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जयपुर के आस-पास के क्षेत्रों में भ्रूण परीक्षण का कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी के.के. अवस्थी के नेतृत्व में डिकॉय टीम का गठन किया गया।
अवस्थी ने बताया कि डिकॉय दल ने सूचना के आधार पर एक महिला दलाल से संपर्क किया। दलाल ने 70 हजार रुपए में भ्रूण परीक्षण करवाने की बात कही। दलाल के कहने पर योजना अनुसार डिकॉय गर्भवती ने 20 हजार रुपए फोन-पे एप के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दलाल ने डिकॉय गर्भवती महिला को सबसे पहले गुरुवार को अपने रॉयल सिटी कालवाड़ रोड स्थित निजी संस्कार हेल्थ होम केयर पर बुलाया। इसके बाद अगले दिन शुक्रवार दोपहर अपने सेंटर पर बुलाया। डिकॉय दल के वाहन में ही सवार होकर सीकर रोड स्थित निजी सोनोग्राफी सेंटर पहुंची। जहां स्वयं के हस्ताक्षरित रोगी पर्ची बनाकर गर्भवती महिला की सामान्य सोनोग्राफी करवाई।
दलाल के पास कोई डिग्री नहीं
सोनोग्राफी करवाते समय रेडियोलॉजिस्ट ने दलाल महिला के आचार व्यवहार के संदेह होने पर बाहर निकाल दिया। इस दौरान टीम ने दलाल को भ्रूण परीक्षण करवाने के लिए प्रेरित करने और ठगी करने के मामले में पकड़ लिया। महिला दलाल स्वयं को पेशेंट होम केयर संचालक बताती है। उसके पास स्वास्थ्य से जुड़ी कोई डिग्री नहीं मिली। मामले में दलाल महिला से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रकार के अपराध में शामिल अन्य सोनोग्राफी सेंटर्स की भी जांच की जाएगी।