Rajasthan Politics: राजस्थान में दिल्ली की तर्ज पर बने 'कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान' का लोकार्पण फिर से विवादों में आ गया है।
Rajasthan Politics: राजस्थान में दिल्ली की तर्ज पर बने 'कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान' का लोकार्पण फिर से विवादों में आ गया है। क्योंकि पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में उद्घाटन के बाद वर्तमान सरकार द्वारा क्रेडिट लेने के लिए पुनः इसका उद्घाटन किया जा रहा है।
बताते चलें कि 22 सितंबर 2023 को तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने ‘कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान‘ का लोकापर्ण किया था। इस दौरान डॉ. सीपी जोशी, शान्ति कुमार धारीवाल, राजेन्द्र राठौड़ सहित कई जन प्रतिनिधि मौजूद शामिल हुए थे।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि जयपुर में हमारी सरकार ने दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब की तर्ज पर पत्रकारों, बुद्धिजीवियों, सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों एवं विधायकों के लिए कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का निर्माण करवाया। इसका उद्घाटन हमने 22 सितंबर 2023 को कर दिया था। यह विडंबना है कि सरकार बदलने के बाद 1 साल तक इसे नई सरकार ने बन्द रखा।
उन्होंने आगे कहा कि यह और भी आश्चर्यजनक है कि पूर्व में उद्घाटन के बाद वर्तमान सरकार द्वारा क्रेडिट लेने के लिए पुनः इसका उद्घाटन किया जा रहा है। भाजपा सरकार ऐसे दिखाना चाहती है कि इस क्लब का निर्माण इनके एक साल में ही हुआ है। पहले भाजपा सरकार ने रिफाइनरी के काम को शिलान्यास के बाद पांच साल तक अटकाए रखा एवं पांचवें साल में क्रेडिट लेने के लिए काम शुरू किया गया।
एक साल के असफल कार्यकाल के बाद भाजपा सरकार को इस फेक क्रेडिट की राजनीति से ऊपर उठकर राजस्थान की जनता के हित में काम करना शुरू करना चाहिए।
गौरतलब है कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब परियोजना में बेसमेंट, भूतल और पांच तलों का 1 लाख 95 हजार फीट निर्माण किया गया है। क्लब में रेस्टोरेन्ट, कॉफी हाउस, स्विमिंग पूल, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल, कान्फ्रेन्स हॉल, जिम, सैलून, बैडमिंटन और टेनिस कोर्ट सहित अतिथियों के ठहरने के लिए सुसज्जित कमरों का निर्माण किया गया है।