राजस्थान में मौसमी गतिविधियों ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर द्वारा जारी ताजा अलर्ट के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। भाद्रपद महीने में मानसून की सक्रियता के चलते राजस्थान के कई जिलों में पिछले पांच दिनों से लगातार बारिश हो रही है। शुक्रवार को 6 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है ।
Heavy Rainfall Alert in Rajasthan : राजस्थान में पिछले कई दिनों से जारी बारिश के दौर ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, 6 से 10 सितंबर तक राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश (Heavy Rain) की संभावना है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने 6 जिलों—नागौर, सवाई माधोपुर, करौली, टोंक, बूंदी और धौलपुर में येलो अलर्ट जारी किया है।
भीलवाड़ा और जयपुर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण बीसलपुर बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। गुरुवार को त्रिवेणी नदी का जलस्तर 4 मीटर से ऊपर पहुंच गया, जिससे बांध में पानी की आवक भी बढ़ गई है। बांध के गेट आज खोले जाने की संभावना है। यह स्थिति इलाके में बाढ़ की आशंका को और बढ़ा रही है।
पूर्वी राजस्थान में, मौसम विभाग ने आगामी 4-5 दिनों के लिए अति भारी बारिश (Heavy Rain) का अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौडगढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, उदयपुर और जालोर जिलों में भारी बारिश की संभावना है। करौली में भी शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
वहीं, पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी मानसून सक्रिय रहेगा। बीकानेर संभाग में 8 सितंबर से और जोधपुर संभाग में 9 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
इस सीजन ने मानसून के इतिहास में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। 1 जून से 5 सितंबर तक राजस्थान में औसतन 607.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो पिछले 13 सालों में सबसे अधिक है। 2011 से 2023 तक औसतन बारिश 435.6 मिमी रही थी।
सवाई माधोपुर में तेज बारिश (Heavy Rain) के कारण एक मकान ढहने से एक युवक की मौत हो गई है और बूंदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में भी बारिश की स्थिति में सुधार की संभावना कम है, जिससे बाढ़ और जलभराव की समस्याएं बनी रह सकती हैं।
इन परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और लोगों को सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।