सांप के एक युवक को बार बार काटने का मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जयपुर। देशभर में सांप के एक युवक को बार बार काटने का मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सोरा गांव का है। लेकिन अब इसमें राजस्थान का कनेक्शन भी जुड़ गया है। युवक विकास द्विवेदी उर्फ बेटू (24) को एक सांप ने 7 बार काटा है। इसके साथ ही सांप अब विकास के सपने में भी आ रहा है और उसने उसे 9 बार काटने की चेतावनी दी है।
इस समस्या के समाधान के लिए कई जगह तांत्रिकों के चक्कर काटने के बाद अब पीड़ित विकास अपने परिवार और सगे संबंधियों के साथ शनिवार रात को प्रसिद्ध तीर्थ आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी पहुंचा। वहीं, इस विकट समस्या से छुटकारा पाने के लिए विकास बालाजी महाराज से प्रार्थना कर रहा है।
पीड़ित विकास का कहना है कि चित्रकूट हनुमान जी के दर्शन कर 30 मई को वो गांव लौटा था। इस दौरान 2 जून की रात करीब 8 बजे टॉयलेट जाते समय सांप ने उसे काटा। उसके बाद परिजन उसे नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां इलाज के बाद वो ठीक हो गया। उसके बाद 9 जून को सांप ने उसे फिर से काट लिया। इस घटना के बाद परिवार के सदस्य एकदम से भयभीत हो गए, लेकिन इस बार भी उसकी जान बच गई।
विकास का कहना है कि 16 जून को काटने से पहले सांप उसके सपने में आया था। सांप ने उसे 9 बार काटने की चेतावनी दी थी। साथ ही कहा था कि 8 बार जान बच जाएगी, लेकिन 9 वीं बार वो किसी भी हालत में जिंदा नहीं बचेगा। इतना कहने के बाद तीसरी बार सांप ने उसे काट लिया।
इस घटना के बाद पीड़ित विकास ने सपने के बारे में अपने परिजनों को बताया। ऐसे में सांप के भय से भयभीत परिजनों ने विकास को 200 किलोमीटर दूर उसकी मौसी के घर भेज दिया। लेकिन जिद्दी सांप ने विकास का फतेहपुर में भी पीछा नहीं छोड़ा और 23 जून की रात सोते समय चौथी बार काट दिया। ऐसे में अब परिजनों को भी विकास के सपने पर यकीन हो गया।
इसके बाद फतेहपुर से लाकर विकास को उसके चाचा के घर पर रखा गया, जहां हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। जिस कमरे में विकास को रखा था, उसे पूरी तरह से पैक कर दिया गय। विकास ने बताया कि 5 वीं बार फिर से सांप ने आकर उसे काट लिया। सर्पदंश से पीड़ित विकास ने बताया कि चाचा के घर पर उसे सांप ने 6वीं बार काटा। फिर 11 जुलाई को 7 वीं बार सर्पदंश का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद पीड़ित विकास पूरी तरह से टूट चुका है।
पीड़ित परिवार को अब आखिरी उम्मीद मेहंदीपुर बालाजी से हैं। यहां बालाजी महाराज के दरबार में पूरा परिवार इस अजीबो गरीब परेशानी से छुटकारा पाने के लिए पहुंचा है।